केरल की इन पत्तलों ने बदल दिया दावतों का ट्रेंड, अब स्वाद के साथ शुद्धता को दी जा रही तरजीह Agra News
दावत में सारा आकर्षण पत्तल का होता है। इसके लिए केले के पत्ते की पत्तल मंगाए जा रहे हैं।
आगरा, गौरव भारद्वाज। शादियों का सीजन चल रहा है। शादी को भव्य बनाने के लिए लोग कुछ नया कर रहे हैं। सबसे ज्यादा खर्च दावत पर होता है। ऐसे में दावत को अलग बनाने के लिए अब दोबारा पत्तल का ट्रेंड लौट आया है। दावत में व्यंजन के साथ अब फैंसी और पारंपरिक पत्तल परोसी जा रही हैं।
एक समय था कि अधिकांश शादियों में दावत के लिए बुफे सिस्टम ही होता था। मगर, समय के साथ शादियों में बहुत कुछ बदला है। अब बड़े बजट की शादियों में बुफे सिस्टम की जगह पत्तल दावत का चलन दोबारा लौट आया है। मगर, इन दावतों में पत्तल ऐसे हैं जो लोगों को खाने से ज्यादा पसंद आते हैं। शादियों में केले के पत्ते पर खाना परोसने का चलन ताजनगरी में तेजी से बढ़ा है। कैटर्स संजू बंसल ने बताया कि बड़े बजट की शादियों में लोग अब शुद्धता को तरजीह देते हैं। उनके यहां आने वाले लोगों की अच्छी मेहमाननवाजी हो इसके लिए वह पत्तल की दावत को पसंद कर रहे हैं। दावत में सारा आकर्षण पत्तल का होता है। इसके लिए केले के पत्ते की पत्तल मंगाए जा रहे हैं।
100 रुपये तक की पत्तल
छत्ता बाजार स्थित पत्तल के थोक कारोबारी प्रमोद अग्रवाल ने बताया कि पिछले एक साल में पत्तल की दावत का चलन बढ़ा है। पहले केवल सादा पत्तल चलती थी। फिर गोटेदार पत्तल आई। मगर, अब तो कई तरह की पत्तलें आ रही हैं। जूट के बॉर्डर के बीच में केले के पत्ते वाली पत्तल की कीमत ही 100 रुपये तक है।
पत्तल पर परोस रहे 20 आइटम
एक समय था जब पत्तल दावत का मतलब तीन सब्जी, रायता, मिठाई और पूड़ी। ऐसे में जिन्हें अपनी दावत में ज्यादा व्यंजन परोसने होते थे, वह बुफे दावत देते थे। मगर, बदले ट्रेंड में पत्तल पर ही हर आइटम परोसा जा रहा है। फिर चाहे दाल मखनी हो, शाही पनीर, नान हो या मिस्सी रोटी। कई शादियों में पत्तल पर 20-20 आइटम परोसे जा रहे हैं।
केरल से मंगाई जा रही पत्तल
केले के पत्ते की पत्तल की डिमांड के चलते कैटर्स और वेडिंग प्लानर सीधे केरल से आपूर्ति कर रहे हैं। कैटर्स ने बताया केले के पत्ते लंबे समय तक नहीं रख सकते, ऐसे में जिस दिन दावत होती है, उसी दिन उन्हें मंगाया जाता है।