Agra Zone में मिले 97 तब्लीगी जमातियों का फोन डाटा सुरक्षा एजेंसियों के पास Lock
सुरक्षा एजेंसियों ने सोमवार को कब्जे में लिए सभी फोन मंगलवार को किए वापस। आगरा मंडल के अलावा जोन के हाथरस और अलीगढ़ जिले में लौटे थे मरकज से।
आगरा, यशपाल चौहान। कोरोना वायरस के कहर को भड़काने के आरोपित तब्लीगी जमातियों के इख्लास-ए-निय्यत(इरादे की ईमानदारी) परखने के लिए सुरक्षा एजेंसियां एरियर सर्विलांस की मदद ले रही हैं। इसी मकसद से आगरा जोन में मिले 97 ऐसे तब्लीगी जमातियों के मोबाइल फोन सोमवार को कब्जे में कर उनका डाटा अपने रिकॉर्ड में 'लॉक' कर लिया गया। इसके बाद ये फोन मंगलवार को वापस किए गए।
तब्लीगी जमात के मकसद और इसमें भाग लेने वाले जमातियों की हरकत के ताल्लुक का मंजर आम लोगों को पहली बार देखने और सुनने को मिला है। लॉकडाउन के बाद काफी हद तक काबू हो चुके कोरोना वायरस के संक्रमण के फिर से भड़कने की मुख्य वजह निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात का आयोजन और इसमें भाग लेकर देश भर के विभिन्न शहरों की मस्जिदों में पहुंचे जमातियों को माना जा रहा है। आगरा जोन के शहरों की मस्जिदों में जामा तलाशी के दौरान जिस तादाद में तब्लीगी जमाती मिले, सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के होश उड़ गए।
हर एक की जांच, क्वारंटाइन और प्रभावी इलाज के जरिए कोरोना के संक्रमण को देर-सवेर काबू कर ही जाएगा मगर, तफरीह-ए-वक्त के दरम्यान तब्लीगी जमातियों की मंशा और क्वारंटाइन सेंटरों पर इनकी करतूतों ने सुरक्षा तंत्र के कान खड़े कर दिए हैं। इनके मंसूबों को खंगालने के लिए सुरक्षा तंत्र ने बगैर देरी किए इनके नेटवर्क की निगरानी भी शुरू कर दी है। पूरी योजना के तहत आगरा, मथुरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी के साथ ही हाथरस और अलीगढ़ में इस दौरान मिले 97 तब्लीगी जमातियों के मोबाइल फोन कब्जे में कर लिए गए।
स्थानीय स्तर पर तो विशेषज्ञों ने इन फोनों का डाटा तो खंगाला ही, सभी फोन को विशेष माध्यम से लखनऊ भी भेजा गया। वहां भी इनकी कॉल डिटेल, मैसेज बॉक्स, वाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर आदि सोशल मीडिया के हैंडल का डाटा भी सुरक्षा एजेंसियों ने अपने सिस्टम में लॉक कर लिया। ये मोबाइल फोन मंगलवार को इन जमातियों को लौटा दिए गए। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्र बताते हैं कि इन डाटा की विभिन्न स्तरों पर स्टडी शुरू कर दी गई है।
इतने तब्लीगी जमाती रुके थे, अंदाजा नहीं था
इन जमातियों के पूरे देश में फैल जाने के बाद कोरोना संक्रमण के बेकाबू होते देख डीजीपी ने आगरा सहित प्रदेश के 18 जिलों को अलर्ट किया। खुफिया सूत्र बताते हैं कि तलाशी के दौरान इनकी बढ़ती तादाद ने चौंका दिया है। इससे पहले कभी आभास भी नहीं था कि यहां इतने तब्लीगी जमाती हो भी सकते हैं। सूत्र दावा करते हैं कि मोबाइल डाटा की स्टडी के बाद तमाम चौंकाने वाली जानकारियां मिल सकती हैं।
दो सौ नंबर पहले ही राडार पर
यूपी एसटीएफ ने एरियल सर्विलांस से आगरा के ऐसे दो सौ नंबर चुने हैं, जो तब्लीगी जमात के दौरान निजामुद्दीन में सक्रिय थे। इनके डाटा भी खंगाले जा रहे हैं।
इतने मिले थे तब्लीगी जमाती
आगरा में 28
मथुरा में 30
फीरोजाबाद में 04
मैनपुरी में 10
हाथरस में 22
अलीगढ़ में 03
जोन से मिले सभी तब्लीगी जमातियों को क्वारंटाइन कराया गया है। सभी के बारे में जानकारी की जा रही है। अन्य बिंदुओं पर शासन के निर्देश के बाद जांच की जाएगी।
- अजय आनंद, एडीजी जोन