सर्दी बढऩे से बढ़ी स्कूलों की छुट्टी, जानिये कहां रहेंगे कब तक स्कूल बंद
लगातार तीसरे दिन भी धुमैली रही धूप, सर्द हवाओं ने बढ़ाई सर्दी। आगरा में नौ तक, फीरोजाबाद में 11 तक और मथुरा में दस तक बंद रहेंगे 12 वीं तक के स्कूल।
आगरा, जेएनएन। शनिवार से बिगड़ा मौसम का मिजाज लगातार तीसरे दिन भी गड़बड़ाया रहा। सुबह से आसमान में छाए बादल तो चढ़ते दिन के साथ छंट गए लेकिन सर्द हवाएं बदन को सिहराती रहीं। दोपहर बाद मौसम ने फिर से पलटी मारी। धुमैली हुई धूप पर हवाओं का सितम हावी रहा।
मौसम को देखते हुए आगरा में जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार ने आठ और नौ जनवरी को 12 वीं तक के स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं। फीरोजाबाद में बीएसए ने परिषदीय विद्यालय 11 जनवरी तक बंद रखने के आदेश दिए हैं। शीतलहर के चलते मथुरा में जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्रा ने दस जनवरी तक एक से 12 वीं तक के सभी विद्यालय बंद रखने के सख्त आदेश दिए हैं।
बता दें कि सोमवार की सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे। एक तो बदली उस पर हल्का कोहरा, आवागमन में व्यवधान डालता रहा। सुबह 10 बजे के बाद हल्की धूप निकली तो कोहरे ने भी सड़कों से किनारा कर लिया। दिन भर बादलों की लुका-छुपी का खेल चलता रहा। सर्द हवाएं ठंड के सितम को बढ़ाती रहीं। दोपहर बाद मौसम में दोबारा बदलाव हो गया। सर्द हवाओं से बचने के लिए दिन भर लोग गर्म कपड़ों का सहारा लेते दिखे।
किसानों की बढ़ी चिंता
तीन दिनों से आसमान में छा रहे बादलों को देख किसानों को ङ्क्षचता सता रही है। मैनपुरी जिले के कुरावली निवासी किसान मलिखान ङ्क्षसह का कहना है कि अगर हल्की बारिश होती है तो फसलों को कोई नुकसान नहीं होगा लेकिन ज्यादा बारिश से आलू की फसल प्रभावित होगी।
बच्चों में बढऩे लगा इंफेक्शन
मैनपुरी के सौ शैय्या मातृ एवं शिशु विभाग में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेंद्र कुमार का कहना है कि मौसम परिवर्तन का असर बच्चों की सेहत पर पड़ रहा है। सीने में इंफेक्शन के मामले बढ़े हैं। ज्यादातर बच्चों को श्वांस लेने में समस्या हो रही है। नवजात और कम उम्र के बच्चों में निमोनिया के मामले भी आ रहे हैं। बच्चों को सांस लेने में परेशानी न हो, इसके लिए उन्हें दवाओं के साथ सुबह-शाम नेबुलाइज कराया जा रहा है।
सर्दी में घुटनों के दर्द से कराह रहे मरीज
सुबह चारपाई से उठते समय वृद्धा रामकली लडख़ड़ा कर गिर पड़ी, घुटनों में दर्द जो था। यह समस्या अकेली रामकली की नहीं है। इन दिनों तमाम प्रौढ़ और वृद्ध घुटनों के दर्द से कराह रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत गठिया से पीडि़त रोगियों को हो रही है। ऐसे रोगियों की तादात लगातार बढ़ रही है। गठिया की बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिए यह मौसम दिक्कत परोस रहा है। तापमान कम एवं गलन बढऩे से जोड़ों का दर्द शुरू हो गया है।
डॉक्टरों की मानें तो जाड़े में खून की चाल कम होने से घुटने एवं शरीर के जोड़ों में सूजन, अकडऩ व दर्द की अक्सर शिकायत बढ़ जाती है। सीएचसी नौहझील, मैनपुरी प्रभारी डॉ. अरङ्क्षवद का कहना है कि सर्दी के मौसम में ऐसे रोगियों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
ठंड में सूज रहीं हाथ-पैर की अंगुलियां
कड़ाके की सर्दी त्वचा पर भारी पड़ रही है। सबसे ज्यादा उन महिलाओं को परेशानी हो रही है, जिन्हें सुबह- शाम किचन में काम करना पड़ रहा है। चिकित्सकों की मानें तो अधिक देर तक पानी में काम करने से रक्त कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं। रक्त का संचार ठीक तरह से नहीं होता। ऐसे में हाथ और पैर की अंगुलियां सूजने लगती हैं। सर्दी का मौसम उन लोगों के लिए अधिक कष्टदाई होता है, जिनकी त्वचा संवेदनशील होती है। दिसंबर के अंत एवं जनवरी के पहले दो सप्ताह में ज्यादा समस्या है, क्योंकि इस दौरान ठंड का असर अधिक रहता है।
ऐसे करें बचाव
- घुटने एवं जोड़ों को गर्म रखने के लिए सिकाई करें।
-डॉक्टर द्वारा बताए गए व्यायाम को नियमित करें।
-नहाने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।
-परेशानी बढऩे पर हल्की-हल्की मालिश करें।