स्कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य की हत्या, गड्ढे में दबाए शव Agra News
स्कूल कब्जाने और लेनदेन के विवाद में दोनों का घोंटा गला चार आरोपित गिरफ्तार। ताजगंज के कौलक्खा स्थित स्कूल परिसर में तड़के पुलिस ने खोदाई कर बरामद किए शव।
By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 30 Jun 2019 12:05 PM (IST)Updated: Sun, 30 Jun 2019 07:24 PM (IST)
आगरा, जागरण संवाददाता। स्कूल पर कब्जा करने और लेनदेन के विवाद में स्कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। चार आरोपितों ने दोनों के शव स्कूल परिसर में ही गड्ढा खोदकर दबा दिए। दो दिन से परिजन उनकी तलाश कर रहे थे।
मूल रूप से शमसाबाद के बिधरई में मंसा की मढैय़ा निवासी 50 वर्षीय सुरेंद्र कुमार लवानियां पुत्र कालीचरण लवानियां आठ वर्ष से सिकंदरा क्षेत्र के ओम विहार कॉलोनी में रहते थे। उनके करीब आधा दर्जन से अधिक विद्यालय संचालित हैं। इनमें से एक डॉ. बीआर आंबेडकर स्कूल ताजगंज के कौलक्खा में है। उखर्रा स्थित सैनिक भारती इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य इंदिरापुरम कॉलोनी निवासी विजय कुमार झा थे। विजय के माध्यम से ही सुरेंद्र कुमार लवानियां ने दो वर्ष पहले कौलक्खा स्थित स्कूल को तीन हजार रुपये मासिक किराए पर ताजगंज के सेमरी गांव निवासी धीरज को दे दिया था। दो माह तक धीरज ने उन्हें किराया दिया मगर, इसके बाद टालमटोल कर रहा था। कई बार दोनों में इसी मामले पर विवाद भी हुआ था।
शुक्रवार को सुरेंद्र और विजय दोनों कौलक्खा स्थित स्कूल के लिए घर से निकले थे। इसके बाद वापस घर नहीं पहुंचे। दोनों के मोबाइल स्विच ऑफ थे। काफी तलाश के बाद कोई सुराग नहीं मिला तो शनिवार दोपहर को परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने परिजनों के शक के आधार पर सेमरी गांव निवासी धीरज और उसके भाई संदीप को हिरासत में ले लिया। कई घंटे की पूछताछ के बाद उसने वारदात कबूल कर ली। इसके बाद पुलिस ने सेमरी निवासी नीरज और उसके दोस्त विजय को भी दबोच लिया। देर रात पुलिस आरोपितों को लेकर कौलक्खा स्थित स्कूल पहुंची। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने स्कूल परिसर में गड्ढे में दबे दोनों के शव बरामद कर लिए।
एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि धीरज स्कूल पर कब्जा करना चाहता था, इसीलिए साजिश के तहत अपने भाई और दोस्तों के साथ मिलकर स्कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य की हत्या कर दी।
मूल रूप से शमसाबाद के बिधरई में मंसा की मढैय़ा निवासी 50 वर्षीय सुरेंद्र कुमार लवानियां पुत्र कालीचरण लवानियां आठ वर्ष से सिकंदरा क्षेत्र के ओम विहार कॉलोनी में रहते थे। उनके करीब आधा दर्जन से अधिक विद्यालय संचालित हैं। इनमें से एक डॉ. बीआर आंबेडकर स्कूल ताजगंज के कौलक्खा में है। उखर्रा स्थित सैनिक भारती इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य इंदिरापुरम कॉलोनी निवासी विजय कुमार झा थे। विजय के माध्यम से ही सुरेंद्र कुमार लवानियां ने दो वर्ष पहले कौलक्खा स्थित स्कूल को तीन हजार रुपये मासिक किराए पर ताजगंज के सेमरी गांव निवासी धीरज को दे दिया था। दो माह तक धीरज ने उन्हें किराया दिया मगर, इसके बाद टालमटोल कर रहा था। कई बार दोनों में इसी मामले पर विवाद भी हुआ था।
शुक्रवार को सुरेंद्र और विजय दोनों कौलक्खा स्थित स्कूल के लिए घर से निकले थे। इसके बाद वापस घर नहीं पहुंचे। दोनों के मोबाइल स्विच ऑफ थे। काफी तलाश के बाद कोई सुराग नहीं मिला तो शनिवार दोपहर को परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने परिजनों के शक के आधार पर सेमरी गांव निवासी धीरज और उसके भाई संदीप को हिरासत में ले लिया। कई घंटे की पूछताछ के बाद उसने वारदात कबूल कर ली। इसके बाद पुलिस ने सेमरी निवासी नीरज और उसके दोस्त विजय को भी दबोच लिया। देर रात पुलिस आरोपितों को लेकर कौलक्खा स्थित स्कूल पहुंची। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने स्कूल परिसर में गड्ढे में दबे दोनों के शव बरामद कर लिए।
एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि धीरज स्कूल पर कब्जा करना चाहता था, इसीलिए साजिश के तहत अपने भाई और दोस्तों के साथ मिलकर स्कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य की हत्या कर दी।
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