Move to Jagran APP

सोचा नहीं था, रुपया जमा करने पर भी देना होगा चार्ज, ये नया नियम पड़ा भारी Agra News

भारतीय स्‍टेट बैंक के नए नियम से ग्राहक हो रहे परेशान। महीने में तीन बार से ज्‍यादा डिपोजिट पर लगेगा शुल्‍क। उठ रही वापस लेने की मांग।

By Edited By: Published: Wed, 02 Oct 2019 10:00 AM (IST)Updated: Wed, 02 Oct 2019 11:12 AM (IST)
सोचा नहीं था, रुपया जमा करने पर भी देना होगा चार्ज, ये नया नियम पड़ा भारी Agra News
सोचा नहीं था, रुपया जमा करने पर भी देना होगा चार्ज, ये नया नियम पड़ा भारी Agra News

केस-1 : कमला नगर निवासी ट्रेवल एजेंसी संचालक आकाश मंगलवार को एसबीआइ बल्केश्वर शाखा में रुपये जमा कराने आए थे। माह में तीन बार से अधिक रुपये जमा कराने पर चार्ज लगने के नए नियम से वे खफा थे। बोले अब अपना रुपया जमा कराने पर भी पैसा देना होगा, ये सोचा नहीं था।

loksabha election banner

केस-2 : कमला नगर निवासी नितिन चंदानी कमला नगर एसबीआइ शाखा में रुपये जमा कराने आए थे। वे भी नए नियम को लेकर खुश नहीं थे। उनका कहना था कि तीन की जगह लिमिट थोड़ी ज्यादा होनी चाहिए थी।

आगरा, जागरण संवाददाता। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने एक अक्टूबर से ग्राहकों से जुड़ी सेवाओं में कई बदलाव किए हैं। इसमें बैंक में डिपॉजिट पर लगने वाले सर्विस चार्जेज में कई बदलाव किए हैं। अब एक माह में अपने खाते में तीन बार ही रुपये जमा कर पाएंगे। यदि इससे ज्यादा बार रुपये जमा किए तो प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर 50 रुपये (जीएसटी अतिरिक्त) का चार्ज देना होगा। इस नए नियम से ग्राहक परेशान हैं।

एसबीआइ के नए नियम में कैश जमा करने के साथ रुपये निकालने का नियम भी बदल गया है। 25 हजार रुपये की औसतन मासिक बैलेंस मेंटेन करने वाले खाताधारकों को एक माह में दो बार फ्री कैश विड्रॉल, 25 से 50 हजार रुपये औसत मासिक बैलेंस मेंटेन करने वालों को 10 और 50 से एक लाख रुपये बैलेंस मेंटेन करने वाले 15 बार फ्री में कैश विड्रॉल कर सकेंगे। इसके बाद उन्हें 50 रुपये (जीएसटी अतिरिक्त) देना होगा।

एनईएफटी पर देना होगा चार्ज

अभी तक एनईएफटी करने पर कोई चार्ज नही देना होता था, लेकिन ग्राहकों के लिए नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर (एनईएफटी) या रीयल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) चार्जेज फ्री है, लेकिन शाखाओं को इसके लिए चार्ज देना होता है। अब 10 हजार रुपये तक के एनईएफटी ट्रांजेक्शन पर दो रुपये और जीएसटी चार्जेबल होगा जबकि एनईएफटी के जरिए दो लाख रुपये तक के ट्रांजेक्शन पर 20 रुपये और जीएसटी अतिरिक्त शुल्क के रूप में देय होगा। आरटीजीएस के जरिए दो लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक के ट्रांसफर पर ग्राहकों को 20 रुपये और जीएसटी देना होगा। पांच लाख रुपये से अधिक ट्रांसफर करने पर यह रकम जीएसटी के साथ 40 रुपये हो जाएगी।

चेक बुक भी पड़ेगी जेब पर भारी

एसबीआइ में अब बचत खाते पर एक वित्त वर्ष में 25 की जगह केवल 10 चेक ही मुफ्त देगा। इसके बाद 10 चेक लेने पर 40 रुपये देने होंगे, जबकि पहले मुफ्त चेकबुक के बाद 10 चेक लेने पर 30 रुपये देने पड़ते थे। इसमें जीएसटी अलग से चुकाना होगा।

मंथली मिनिमम बैलेंस में भी बदलाव

आगरा में सेमी अर्बन ब्रांच में एसबीआइ ग्राहकों को अपने खाते में मंथली मिनिमम बैलेंस के तौर पर दो हजार रुपये मेंटेन करना होगा। सेमी अर्बन ब्रांच में अगर ग्राहक 50 फीसदी से कम बैलेंस मेंटेन कर पाता है तो उसे 7.50 रुपये प्लस जीएसटी देना होगा। 50 से 75 फीसदी तक की रकम को मेंटेन करने पर 10 रुपये के साथ जीएसटी देना होगा। 75 फीसद से ऊपर की रकम को मेंटेन रखने पर 12 रुपये और जीएसटी चार्ज लगेगा।

रूरल ब्रांच में एक हजार करना होगा मेंटेन

रूरल ब्रांच में एक हजार रुपये मंथली अवरेज मेंटेन करना होगा और अगर कोई ग्राहक 50 फीसद से कम रकम मेंटेन रखता है तो उसे 5 रुपये, 50 फीसदी से ज्यादा की रकम पर और 75 फीसदी तक 7.50 रुपये प्लस जीएसटी देना होगा। 75 फीसद से ज्यादा की रकम पर 10 रुपये और जीएसटी देना होगा। चार्ज लगेगा साथ में जीएसटी भी देना होगा। 25,000 रुपये की अवरेज मंथली बैलेंस राशि वाले खाताधारक महीने में दो बार मुफ्त नकद निकासी कर सकते हैं।

एटीएम के बदले नियम

शहरों के एसबीआइ एटीएम में से अधिकतम 10 बार फ्री डेबिट ट्रांजेक्शन कर सकेंगे। अभी यह लिमिट छह ट्रांजेक्शन की है। अन्य जगहों के एटीएम से अधिकतम 12 फ्री ट्रांजेक्शन किए जा सकेंगें।

ये रही छूट

नॉन-होम ब्रांच के जरिए अपने खाते में दो लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। इसके बाद ब्रांच मैनेजर यह फैसला लेगा कि आप इससे अधिक रकम जमा कर सकते हैं या नहीं।

पेट्रोल-डीजल पर कैशबैक नहीं

एसबीआइ क्रेडिट कार्ड से पेट्रोल-डीजल लेने पर अब 0.75 फीसद कैशबैक नहीं मिलेगा। अन्य बैंक भी यह छूट देते हैं।

अन्य बैंक में अभी राहत

एसबीआइ में सर्विस चार्ज में कुछ बदलाव हुआ है। अन्य बैंक में किसी बदलाव की सूचना नही है।

सुरेश राम, अग्रणी जिला प्रबंधक

यह उच्च प्रबंधन का निर्णय है, जिसके बारे में ग्राहकों को बताया जा रहा है। कैशलेस इकनॉमी को बढ़ावा देने के लिए यह बदलाव किए गए हैं। यदि ग्राहक ऑनलाइन अपने खाते में रुपये ट्रांसफर करता है या जमा करता है, तो उस पर कोई भी शुल्क देय नहीं है।

राजेश कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक प्रथम एसबीआइ

ये है बैंक

कुल बैंक-55

कुल बैंक शाखा- 531

एसबीआइ कुल शाखा-52

कुल एसबीआइ एटीएम-113

आगरा में बैंक में रोज औसतन लेन-देन -55 करोड़

आगरा में 11 हजार कर्मियों को मिलेगा पेंशन में लाभ

मंगलवार से केंद्रीय और रक्षा विभाग से जुड़े कर्मचारियों के लिए पेंशन पॉलिसी में बदलाव होने से आगरा में कार्यरत करीब 11 हजार केंद्रीय कर्मचरियों को लाभ मिलेगा। आगरा मंडल में केंद्र के अधीन विभागों की संख्या 32 है, जिनमें यह कर्मचारी कार्यरत हैं। तीन केंद्रीय विद्यालय का स्टाफ भी इसमें शामिल है। सर्वाधिक रेल के कर्मचारी व अधिकारी इसमेें शामिल हैं। एक रेल अधिकारी के अनुसार अब अगर किसी कर्मचारी को सात साल पूरे हो गए हैं और उसकी मौत हो जाती है तो परिवार वालों परिजनों को बढ़ी हुई पेंशन का फायदा मिलेगा। इससे पहले परिजनों को कर्मचारी के आखिरी वेतन की 50 फीसदी पेंशन मिलती थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.