Sawan 2020: जीवन की इन बाधाओं को करना है अगर दूर तो कल करें ये 8 काम जरूर
Sawan 2020 बृहस्पति को ग्रहों का गुरू माना गया है। सावन के गुरुवार को खास उपायों से संपत्ति और विवाह संबंधी बाधाएं दूर हो सकती हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। यूं तो सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। सावन का पूरा महीना शिव की भक्ति में लीन रहने का है। श्रावण मास यानि सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष फल प्राप्त होता है। इसलिए शिव भक्त सावन के महीने का पूरे साल इंतजार करते हैं। इस मास के हर दिन का विशेष महत्व होता है। सोमवार को भगवान आशुतोष, मंगलवार मां गौरी, बुधवार गणपति और गुरुवार को भगवान िविष्णु की आराधना विशेष फल देती है। ज्योतिषाचार्य डॉ शोनू मेहरोत्रा के अनुसार बृहस्पति को ग्रहों का गुरू माना गया है। सावन के गुरुवार को खास उपायों से संपत्ति और विवाह संबंधी बाधाएं दूर हो सकती हैं। इसके पीछे कारण है कि गुरुवार का कारक ग्रह गुरु है, अगर कुंडली में गुरु ग्रह का कोई दोष हो तो भाग्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गुरु ग्रह के दोषों की शांति के लिए सावन मास में गुरुवार को कुछ खास उपाय किए जा सकते हैं। गुरु ग्रह को बृहस्पति भी कहा जाता है, जो देवताओं के गुरु भी हैं।
ये हैं वो 8 उपाय
1. गुरुवार की शाम को केले के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं। केले की पूजा करें और लड्डू या बेसन की मिठाई चढ़ाएं।
2. गुरुवार को गुरु ग्रह के लिए व्रत रखें। इस दिन पीले कपड़े पहनें। बिना नमक का खाना खाएं। भोजन में पीले रंग का पकवान जैसे बेसन के लड्डू, आम, केले आदि भी शामिल करें।
3. गुरु बृहस्पति की प्रतिमा या फोटो को पीले कपड़े पर विराजित करें और पूजा करें। पूजा में केसरिया चंदन, पीले चावल, पीले फूल और प्रसाद के लिए पीले पकवान या फल चढ़ाएं।
4. गुरु मंत्र का जप करें-मंत्र-ॐ बृं बृहस्पते नम:। मंत्र जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए।
5. पीली वस्तु जैसे सोना, हल्दी, चने की दाल, आम (फल) आदि का दान करें।
6. गुरुवार को सूर्योदय से पहले उठें। स्नान के बाद भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं। इसके बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
7. गुरुवार की विशेष पूजा के बाद स्वयं के माथे पर केसर का तिलक लगाएं। यदि केसर नहीं हो तो हल्दी का तिलक भी लगा सकते हैं।
8. शिवजी को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। इस उपाय से गुरु ग्रह के दोष दूर होते हैं।
बुराई और क्रोध से बचें
सावन के महीने में किसी की बुराई न करें और न ही क्रोध करें। मान्यता है कि यह महीना मन को शुद्ध करने का महीना होता है इसलिए हर प्रकार की बुराई और गलत आदतों का त्याग करना चाहिए।