घायलों की जान बचाएं और बनें नेक आदमी, जानिये क्या है नई शुरूआत
सड़क दुर्घटना के घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराने पर मिलेगा सर्टिफिकेट। मदद करने वालों से नहीं होगी पूछताछ, इलाज के लिए पैसे नहीं कराए जाएंगे जमा।
आगरा [जागरण संवाददाता]: सड़क दुर्घटना में घायलों की चाहकर भी मदद ना कर पाने वालों के लिए अच्छी खबर है। घायल को हॉस्पिटल में भर्ती कराने पर डॉक्टर और पुलिस पूछताछ नहीं करेगी। घायल को तुरंत भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया जाएगा। ऐसे लोगों को नेक आदमी का सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।
सड़क हादसे में घायलों की जान बचाने के लिए पहले 30 मिनट से एक घंटा अहम होता है। इस दौरान इलाज मिलने से तमाम लोगों की जान बचाई जा सकती है। मगर, सड़क हादसे में घायल को अस्पताल में परिजन साथ में न होने पर भर्ती नहीं किया जाता है। सरकारी अस्पताल में घायल को भर्ती कराने पर पुलिस तमाम तरह के सवाल पूछने लगती है। इससे सड़क हादसा होने के बाद भीड़ जुट जाती है लेकिन घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए कोई आगे नहीं आता है। सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सभी हॉस्पिटल में सड़क दुर्घटना के घायलों को भर्ती कर इलाज शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इलाज से पहले पैसे जमा नहीं कराए जाएंगे। मरीज की हालत गंभीर होने पर हॉस्पिटल संचालक द्वारा ही बड़े हॉस्पिटल में मरीज को शिफ्ट कराया जाएगा। घायलों को अस्पताल तक लेकर आने वालों से कोई कागजी खानापूर्ति नहीं कराई जाएगी, उनसे पुलिस भी पूछताछ नहीं करेगी। वहीं, नेक आदमी का सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
हर साल 1000 से अधिक हादसे, 500 से अधिक मौत
जिले में हर साल 1000 से अधिक हादसे हो रहे हैं। इन हादसों में मरने वालों की संख्या 500 से अधिक है। वहीं, 800 से अधिक लोग हादसे में घायल हो रहे हैं।