उन्नाव की बिटिया की मौत पर बवाल, सपा ने दिया मंडलभर के जिला मुख्यालयों पर धरना Agra News
आगरा मैनपुरीमथुरा और फिरोजाबाद के जिला मुख्यालयों पर सपा कार्यकर्ताअों ने दिया धरना।
आगरा, जेएनएन। दुष्कर्म का केस वापस लेने से इन्कार पर केरोसिन डालकर जलाई गई उन्नाव की बिटिया की शुक्रवार रात मौत के बाद आम लोगों में गम और गुस्सा दोनों है। इसको लेकर शनिवार को सियासी हंगामा भी हो रहा है। लखनऊ में सपा मुखिया अखिलेश यादव विधानसभा के सामने धरने पर जैसे ही बैठे आगरा मंडल के भी सभी जिलों में सपा कार्यकर्ताओं ने मोर्चा संभाल लिया। शनिवार दोपहर उन्नाव कांड के विरोध में सपाइयों ने आगरा समेत, मथुरा, मैनपुरी और फीरोजाबाद के जिला मुख्यालयाेें पर धरना दिया।
हाईकमान के निर्देश पर सभी जिलों के प्रमुख पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंच गए। आगरा में डीएम कार्यालय के सामने सपाईयों ने धरना दिया। फीरोजाबाद में मौन धरना दिया गया। जिला अध्यक्ष डीपी यादव के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां डीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए उनके हाथों में उन्नाव कांड को लेकर लिखें नारों की तख्तियां थींं लेकिन किसी भी कार्यकर्ता नहीं कोई नारेबाजी नहीं की। सपाइयों के जिला मुख्यालय पहुंचने की सूचना पर सीओ सदर बलदेव सिंह खेड़ा थाना मटसेना और बसई मोहम्मदपुर पुलिस के साथ मुख्यालय पहुंच गए। थोड़ी देर बाद एसडीएम सदर राजेश वर्मा भी आ गए। करीब एक घंटे धरने पर बैठने के बाद सभी कार्यकर्ता चले गए।
उधर मथुरा में सपा ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष लोकमनी जादाैैन के नेतृव में कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट के मुख्य गेट पर तालाबंदी की। मौके पर मौजूद पुलिस ने एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओ को हिरासत में लिया है।
क्या है मामला
गुरुवार (5 दिसंबर, 2019) तड़के करीब 4:30 बजे 25 वर्षीय युवती दुष्कर्म के मामले में पैरोकारी के लिए रायबरेली जा रही थी। रास्ते में छह दिन पहले ही जमानत पर छूटा दुष्कर्म का मुख्य आरोपित शिवम त्रिवेदी मिला। इसी ने युवती को शादी का झांसा देकर लालगंज में रखा था। आरोप है कि उसने दोस्त शुभम के साथ दुष्कर्म किया और इसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते रहे। शादी का इकरारनामा भी किया, पर शादी नहीं की। शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का उसने शिवम व शुभम पर मुकदमा लिखा दिया। शिवम इसी केस में नौ महीने रायबरेली जेल में रहकर 30 नवंबर को ही छूटा था। बाहर आते ही उसने केस वापस लेने का दबाव बनाया। इन्कार करने पर उसने व उसके चार साथियों ने केरोसिन डालकर जला डाला। आग की लपटों में घिरी युवती आधा किलोमीटर तक जान बचाते दौड़ी थी। उसके बयान के आधार पर सभी आरोपित गुरुवार को ही गिरफ्तार कर लिए गए थे। 43 घंटे तक उसने जिंदगी के लिए संघर्ष किया, लेकिन दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में शुक्रवार रात 11:40 बजे उसकी मौत हो गई।