आइना बने आंकड़े, तीन माह में स्मार्ट सुविधाओं से लाखों के घाटे में रोडवेज Agra News
एमएसटी और स्मार्ट कार्ड से रोडवेज का राजस्व घटा। त्योहार पर भी नहीं हो सका फायदा।
आगरा, जागरण संवाददाता। रोडवेज बसों में एमएसटी और स्मार्ट कार्ड से कमाई घटी है। अधिकारी जहां इसका कारण त्योहारों के चलते छुट्टियों में लोगों के कम सफर करने को जिम्मेदार मान रहे हैं, वहीं इसका एक कारण एमएसटी और स्मार्ट कार्ड की डिलीवरी में हो रही देरी भी माना जा रहा है।
तीन माह के राजस्व आंकड़े बताते हैं कि लोगों की एमएसटी व स्मार्ट कार्ड में रुचि लगातार घटती जा रही। पुराने कार्ड धारकों के कार्ड रीचार्ज कराने में कमी आई है तो नए कार्ड बनवाने वाले कार्ड की डिलीवरी मिलने में हो रही देरी से परेशान हैं।
रोडवेज ने यात्रियों की सुविधा और ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए एमएसटी एवं स्मार्ट कार्ड बनाने का कार्य ट्राईमेक्स कंपनी को दिया है। ट्राईमेक्स कंपनी के आंकड़े के अनुसार सितंबर के मुकाबले अक्टूबर की कमाई में लगभग पांच लाख रुपये का अंतर है।
ऐसे गिरा राजस्व
- अगस्त माह में 2340 लोगों ने कार्ड रीचार्ज कराए और इनसे 26 लाख, 82 हजार 737 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
- सितंबर माह में 2004 कार्ड रीचार्ज हुए और इनसे 26 लाख 63 हजार 894 का राजस्व प्राप्त हुआ।
- अक्टूबर में दो हजार के करीब कार्ड रीचार्ज हुए और इनसे 21 लाख 99 हजार 878 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
सुविधाजनक और फायदेमंद हैं एमएसटी व स्मार्ट कार्ड
नियमित सफर करने वाले नौकरी पेशा और छात्रों के लिए एमएसटी व स्मार्ट कार्ड काफी सुविधाजनक और फायदेमंद होते हैं, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण लोगों का इससे मोहभंग हो रहा है। एमएसटी में 18 दिनों का किराया रीचार्ज कराकर पूरे 30 दिन यात्रा की सहूलियत मिलती है तो स्मार्ट कार्ड में पांच सौ के रीचार्ज पर छह सौ रुपये की वैल्यू मिलती है। यह एटीएम की तरह काम करता है।
क्या कहते हैं अधिकारी
यह बात सही है कि अक्टूबर एवं सितंबर में रीचार्ज एवं नए कार्ड धारकों से रीजन के सभी काउंटरों से मिलने वाले राजस्व में पांच लाख रुपये की कमी आई है, लेकिन इसके पीछे अक्टूबर में छुट्टियां प्रमुख कारण रहीं। छुट्टियां होने के कारण लोगों ने कार्ड रीचार्ज कराने में दिलचस्पी कम ली।
-प्रणय सक्सेना, टीम लीडर ट्राइमेक्स