Agra Smart City Project: स्मार्ट सिटी नोडल अधिकारी के पद हटाए गए आरके सिंह, संपत्तियों की जांच करेगी विजिलेंस
Agra Smart City Projectडा. जीएस धर्मेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। नोडल अधिकारी आरके सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। इसकी जांच अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र यादव ने की। अपर नगर आयुक्त ने तीसरी एजेंसी से जांच की संस्तुति की।
आगरा, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति लगातार जारी है। इस बार आगरा के अधिकारी पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने पर तुरंत गाज गिरी है। भ्रष्टाचार की शिकायत पर आगरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी आरके सिंह को हटा दिया गया है।
आरके सिंह के स्थान पर नगर निगम के मुख्य अभियंता बीएल गुप्ता को यह जिम्मेदारी मिली है। भाजपा विधायक डा. जीएस धर्मेश की शिकायत पर नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने कार्रवाई की है।
आगरा को संवारने की मिली थी जिम्मेदारी
आरके सिंह वर्ष 2018 में नोडल अधिकारी बने थे। केंद्र सरकार ने वर्ष 2017 में आगरा का चयन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए किया था। इसमें ताजगंज जोन के नौ वार्ड शामिल किए गए थे। एक हजार करोड़ रुपये से विकास कार्य व एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनना था।
कार्यों में मुख्य रूप से सीवर लाइन, पानी की लाइन, फतेहाबाद रोड का सुंदरीकरण, ई-टायलेट, ताजगंज इंटर कॉलेज का सुंदरीकरण शामिल हैं। वहीं वर्ष 2018 में आगरा स्मार्ट सिटी प्रा. लि. का गठन किया गया था। इसके चेयरमैन मंडलायुक्त, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नगर आयुक्त, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी अपर नगर आयुक्त, नोडल अधिकारी आरके सिंह को बनाया गया था।
सीएम योगी को पत्र लिखकर लगाया था आरोप
साढ़े तीन माह पूर्व विधायक डा. जीएस धर्मेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। नोडल अधिकारी आरके सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। इसकी जांच अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र यादव ने की। अपर नगर आयुक्त ने तीसरी एजेंसी से जांच की संस्तुति की। विधायक डा. जीएस धर्मेश ने नोडल अधिकारी को हटाने की मांग की। उन पर जांच प्रभावित करने का भी आरोप लगाया।
आरके सिंह की संपत्तियों की जांच करेगी विजिलेंस
गुरुवार दोपहर नगर आयुक्त अंकित खंडेवाल ने नोडल अधिकारी को हटा दिया। आरके सिंह हरीपर्वत जोन के अधिशासी अभियंता भी हैं। विधायक ने बताया कि जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। आरके सिंह की संपत्तियों की जांच विजिलेंस से कराने की मांग की जाएगी।