Raid in Agra: पान-मसाला कारोबारियों की 18 फर्मों के 24 ठिकानों पर कार्रवाई, दर्जनभर फर्में मिलीं बंद
Raid in Agra गोल्ड मोहर गुटखा के सरीन एंड सरीन के पांच ठिकानों सहित विमल और राजश्री पान मसाला विक्रेताओं के करीब 22 ठिकानों पर पहुंची विभागीय अधिकारियों की टीमें। सभी जगह कागजातों माल और लेनदेन की जांच के साथ कंपनियों के मालिकों से की जा रही है पूछताछ।
आगरा, जागरण संवाददाता। अपंजीकृत फर्मों से कच्चा माल खरीद कर टैक्स चोरी करने की शिकायत पर वाणिज्य कर विभाग ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। जिले की 18 फर्मों के 24 ठिकानों पर विभागीय टीमों ने एकसाथ छापेमारी की, जिनमें से करीब दर्जनभर बंद मिलीं, शेष के रिकार्ड कब्जे में लेकर विभागीय अधिकारी जांच में जुटे रहे। कार्रवाई में विभाग से अच्छे राजस्व प्राप्ति की उम्मीद है।
यह कार्रवाई प्रमुख रूप से सरीन एंड सरीन, जीत इंडिया प्रा. लि., आरएन फ्रेगरेंस, सरीन फ्रेगरेंस फर्म के कई ठिकानों पर हुई, इनके कारोबारी लिंक के आधार पर एक दर्जन अन्य छोटी-छोटी फर्मों पर भी यह कार्रवाई की गई। कार्रवाई वाणिज्य कर विभाग के एडीशनल कमिश्नर ग्रेड वन एके सिंह के निर्देशन में अंजाम दी गई, इसमें आगरा के साथ आसपास के जिलों के करीब 70 अधिकारी और कर्मचारियों के साथ पुलिसकर्मी भी साथ थे।रिकार्ड और कंप्यूटर लिए कब्जे में
विभागीय टीमों की रडार पर प्रमुख रूप से बड़ी फर्में ही रहीं। सरीन एंड सरीन फर्म के ही करीब आधा दर्जन तो जीत इंडिया प्रा. लि., आरएन फ्रेगरेंस, सरीन फ्रेगरेंस के भी कई ठिकानों पर पहुंचते ही विभागीय अधिकारियों ने उनका स्टाक और खरीद-बिक्री आदि के रजिस्टर और कंप्यूटर आदि अपने कब्जे लेकर जांच शुरू कर दी। जहां-जहां कंपनी के मालिक मिले उनसे व संबंधित लोगों से पूछताछ भी की गई।
दर्जनभर फर्म मिली बंद
कार्रवाई के दौरान विभागीय टीमों को करीब 10 से 12 छोटी फर्म मौके पर बंद मिलीं, जिन्हें विभागीय टीमों ने कार्रवाई से पहले उक्त फर्मों से लेनदेन में ट्रेस किया था। वहीं चार से पांच फर्म ऐसी भी थी, जिनके रिकार्ड दुरुस्त थे, इसलिए टीमें वहां से पूछताछ के बाद लौट आयीं। शेष ठिकानों पर टीमें लगातार जांच कर रही हैं।
यह हो सकता है बंद होने का कारण
कार्रवाई में विभागीय अधिकारियों को कुछ फर्में बंद मिली, जिनको लेकर आशंका जताई जा रही है कि यह कार्रवाई पिछले साल के रिकार्ड के आधार पर अंजाम दी गई है। इसलिए संभव है कि या तो इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) क्लेम करके बंद कर दिया गया हो, या फिर उनकी उपयोगिता सिद्ध होते ही पकड़े जाने के डर से उन्हें बंद कर दिया।
गुरुवार तक चलेगी कार्रवाई
विभागीय अधिकारियों को उम्मीद है कि उक्त कार्रवाई में अच्छा इनपुट प्राप्त हुआ है, इसलिए इससे अच्छा राजस्व प्राप्त हो सकता है, इसलिए जहां-जहां भी फर्में खुली मिली या जहां कमियां मिली हैं, अधिकारी उसकी गहनता से छानबीन कर रहे हैं। इस कारण कार्रवाई गुरुवार तक चलने की संभावना जताई जा रही है। यह थी शिकायतविभाग को शिकायत मिली थी कि उक्त फर्मों ने अपंजीकृत फर्मों से सुपारी व अन्य कच्चा माल खरीदा, जिसका टैक्स उक्त फर्मों ने नहीं चुका।
माल तैयार करने के बाद उक्त माल को अपंजीकृत फर्मों को ही बेच दिया, इससे दोनों तरफ से टैक्स चोरी की गई, विभाग ने पिछले साल के लेनदेन और टैक्स अदायगी के रिकार्ड के आधार पर कार्रवाई को अंजाम दिया है।