Move to Jagran APP

आगरा में चाैहरे हत्याकांड में कातिल का सुराग लगाने को महिला पुलिसकर्मियों को जिम्‍मेदारी

जघन्‍य हत्‍याकांड को अंजाम देने वाले कातिल के सुराग को गलियों में सादे कपड़ों में घूम रहीं महिला पुलिसकर्मी। कोतवाली के कूचा साधूराम की गलियों में लगाई गई हैं महिला पुलिसकर्मी। इलाके में रहने वाली महिलाओं से है सुराग मिलने की आस। बच्‍चों से भी मिल सकती है जानकारी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 08:57 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 08:57 AM (IST)
आगरा में चाैहरे हत्याकांड में कातिल का सुराग लगाने को महिला पुलिसकर्मियों को जिम्‍मेदारी
आगरा में हुए चौहरे हत्‍याकांड का खुलासा करने को महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।

आगरा, जागरण संवाददाता। कातिल का सुराग लगाने के लिए कूचा साधूराम की गलियों सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मी लगाई गई हैं। वह दो दिन से गलियों में घूमकर महिलाओं से बातचीत कर रही हैं। जिससे शायद उन्हें कातिल का सुराग मिल सके। कूचा साधूराम की चौबेजी वाली गली में 21 जुलाई को रेखा और उसके तीन बच्चों की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी गई थी। कातिल का सुराग लगाने में पुलिस नाकाम रही है। पुलिस काे उम्मीद है कि गली में रहने वाली महिलाओं को इस बारे में शायद कुछ जानकारी हो सकती है। मगर, पुलिस की वर्दी में जाकर पूछताछ करने से वह रेखा के कातिल के बारे में जानकारी देने से कतरा रहे हों। इसलिए सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मी लगाई गई हैं। जो लोगों के बीच में जाकर उनसे बातचीत कर रही हैं। पुलिस को अभी तक रेखा राठौर के बारे में जितनी भी जानकारी मिली हैं, वह गली में रहने वाले लोगों से बातचीत के आधार पर ही मिली हैं। पुजारी के बेटे को भी पुलिस लोगों से मिली जानकारी के बाद ही पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।

prime article banner

गली के बच्चों से थी वंश की अच्छी दाेस्ती

रेखा राठौर के सबसे बड़े बेटे वंश ने कातिल से संघर्ष किया था। आशंका है कि वह हत्या के दौरान बाजार से समोसे लेकर घर पहुंच गया था। कातिल को देखकर भागने का प्रयास किया, उसे दबोचने के बाद पहली मंजिल पर ले जाकर कातिल ने गला काट दिया। वंश की गली में रहने वाले बच्चों से अच्छी दोस्ती थी। वंश छोटे भाई पारस और बहन माही के साथ रोज शाम को खेलने निकलता था। वह अपनी साइकिल बस्ती के बच्चों को चलाने के लिए दे देता था। दिन में तीनों भाई-बहन पहली मंजिल के कमरे की खिड़की पर बैठ जाते थे। वहीं से गली में निकलने वाले बच्चों से बातचीत करते थे। पुलिस को उम्मीद है कि बच्चों से बातचीत में हो सकता है कोई सुराग निकल आए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.