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सुबह होने तक: यहां इतना सन्‍नाटा क्‍यों है...रात के स्‍याह अंधेरे में भगवान भरोसे शहर Agra News

बुंदू कटरा पुलिस चौकी पर लगा था ताला। बिना दरवाजे की सराय ख्वाजा पुलिस चौकी में खाली मिलीं कुर्सियां। मेज पर रखे थे जरूरी कागजात।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 01:42 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 01:42 PM (IST)
सुबह होने तक: यहां इतना सन्‍नाटा क्‍यों है...रात के स्‍याह अंधेरे में भगवान भरोसे शहर Agra News
सुबह होने तक: यहां इतना सन्‍नाटा क्‍यों है...रात के स्‍याह अंधेरे में भगवान भरोसे शहर Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। पुलिस ने शनिवार रात 11 बजे से तड़के चार बजे तक वारंटियों और वांछितों की गिरफ्तारी को अभियान चलाया। पुलिस की लिखापढ़ी में 82 टीमों ने पांच घंटे तक लगातार दबिश दीं और कुल 103 लोग गिरफ्तार किए। इनमें से 73 के खिलाफ गैर जमानती वारंट थे और 30 विभिन्न मुकदमों के वांछित थे। जागरण टीम ने शनिवार रात दो बजे से सुबह होने तक पुलिस की मुस्तैदी देखी। ऐसे में शहर क्षेत्र की प्रमुख पुलिस चौकियों पर ताले लगे मिले। देहात के थाना मलपुरा में भी कहीं पिकेट या गश्त नहीं मिली। मगर, थाने में पुलिसकर्मी सतर्क थे और अभियान में लगे हुए दिखे।

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जागरण टीम शनिवार रात दो बजे भगवान टॉकीज चौराहे से एमजी रोड पर आगे बढ़ी। सड़क पर सन्नाटा था। सभी चौराहे खाली थे। धाकरान चौराहे से मंटोला की ओर जाने वाले रोड पर एक पुलिस की गाड़ी खड़ी थी। इसमें पुलिसकर्मी बैठे हुए थे। यहां से टीम आगे प्रतापपुरा और सदर थाने के सामने से गुजरी। थाने में हलचल थी। पुलिस की टीम वारंटियों को पकड़कर लाई थी। ग्वालियर हाईवे पर इसी थाने की महत्वपूर्ण चौकी बुंदू कटरा है। यहां चौकी पर दो कमरे बने हैं। एक चौकी प्रभारी का कार्यालय दूसरा चौकी का कार्यालय। दोनों बाहर से बंद थे। चौकी कार्यालय में अंदर लाइट जल रही थी। दूर से देखने पर लग रहा था कि अंदर कोई है। पास पहुंचने पर वह खाली दिखा। यहां से टीम शहर के बाहरी इलाके और देहात की मुस्तैदी देखने को आगे बढ़ी।

ग्वालियर हाईवे पर रोहता नहर पर यूपी 112 की पीआरवी खड़ी थी। जागरण टीम यहां से रोहता नहर पर पुलिस की सक्रियता देखने निकली। यहां रास्ते में एक पीआरवी ग्वालियर हाईवे की ओर जाती मिली। मगर, कोई पिकेट नहीं थी। हालांकि थाने के रिकार्ड के मुताबिक यहां पिकेट मिलनी चाहिए थी। यह ऐसा रास्ता है, जिसका प्रयोग अपराधी शहर क्षेत्र में घटना करने के बाद भागने के लिए करते हैं।

यहां से टीम रात तीन बजे मलपुरा थाने पहुंची। थाने में होमगार्ड पहरे पर था। एक और होमगार्ड और एक सिपाही अलाव पर हाथ गरम कर रहे थे। दस मिनट बाद ही थाने में एक पुलिस की गाड़ी पहुंची। इसमें वारंटियों को गिरफ्तार कर एसओ मलपुरा महेश चंद्र यादव और उनकी टीम लाई थी। वारंटियों को छोड़कर वे दोबारा गिरफ्तारी को क्षेत्र में निकल गए। थोड़ा आगे मलपुरा कस्बे के बाजार की हालात देखी तो यहां सन्नाटा दिखा। पुलिस गश्त करती हुई नहीं मिली। यहां से टीम वापस शहर की ओर चली। खेरिया मोड़ तक कहीं पुलिस की गाड़ी नहीं मिली। 3.45 बजे टीम शाहगंज क्षेत्र की सराय ख्वाजा पुलिस चौकी पर पहुंची। तिरपाल के पर्दो से ढकी इस चौकी में गेट तक नहीं है। दो मेज और उनके सामने कई कुर्सियां पड़ी थीं। इनमें से एक टेबल पर दो हेलमेट और रजिस्टर व दूसरी मेज पर केस डायरी रखी थी। दोनों ही अभिलेख महत्वपूर्ण थे। मगर, इन्हें इस तरह छोड़कर पुलिसकर्मी न जाने कहां गायब थे। कोई भी यहां आकर आसानी से कुछ भी ले जा सकता था।

वारंटियों को पकड़ने में अव्वल रही सिकंदरा और एत्माद्दौला थाना पुलिस

रात में पुलिस के अभियान में 11-11 वारंटी गिरफ्तार कर सिकंदरा और एत्माद्दौला थाने जिले में अव्वल रहे। दूसरे स्थान पर मलपुरा थाने में 10 और तीसरे स्थान पर रहे सदर थाने में नौ वारंटी पकड़े गए।


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