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Viral Video: टोरंट के खिलाफ कांग्रेस के हल्ला बोल की खुली पोल, पढ़ें सौदेबाजी के पूरे डायलॉग

Viral Video टाेरंट के खिलाफ प्रदर्शन न करने को पांच लाख रुपये की मांग करती आईं नजर।प्रदेश नेतृत्व ने जिलाध्यक्ष व महासचिव से लिया इस्तीफा जिलाध्यक्ष ने बताया षड्यंत्र।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 23 Aug 2020 08:21 AM (IST)Updated: Sun, 23 Aug 2020 08:21 AM (IST)
Viral Video: टोरंट के खिलाफ कांग्रेस के हल्ला बोल की खुली पोल, पढ़ें सौदेबाजी के पूरे डायलॉग
Viral Video: टोरंट के खिलाफ कांग्रेस के हल्ला बोल की खुली पोल, पढ़ें सौदेबाजी के पूरे डायलॉग

आगरा, जागरण संवाददाता। टोरंट पॉवर के खिलाफ प्रदर्शन न करने के एवज में पांच लाख रुपये एकमुश्त व तीन लाख रुपये मासिक की कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित द्वारा सौदेबाजी का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस में शनिवार को भूचाल आ गया। पार्टी नेतृत्व ने जिलाध्यक्ष और जिला महासचिव शाहिद अहमद से इस्तीफा ले लिया है। इसकी जांच को पार्टी नेतृत्व ने कमेटी बना दी है। वहीं, जिलाध्यक्ष ने इसे स्वयं के खिलाफ षड्यंत्र बताया है।

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सोशल मीडिया में कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित के दो वीडियो वायरल हुए हैं। एक कमरे के अंदर बने दो मिनट 50 सेकेंड और 44 सेकेंड के वीडियो वायरल हुए हैं। इनमें एक वीडियो में टोरंट के खिलाफ प्रदर्शन न करने को सौदेबाजी की जा रही है। इसमें एक व्यक्ति प्रदेश अध्यक्ष को मैनेज करने में समस्या की बात कहता है, तो जिलाध्यक्ष स्वयं से उनके चलने की बात कहती हैं। जिलाध्यक्ष पांच लाख रुपये और माह के तीन लाख रुपये प्रदर्शन न करने के एवज में मांगते हुए वीडियो में नजर आ रही हैं। व्यक्ति इस बात को दोहराता है तो जिलाध्यक्ष हामी भरती नजर आती हैं। रैलियों के तीन से चार लाख रुपये खर्च होने व जनता की लड़ाई कहां से लड़ने की बात कह रही हैं। वहीं, शहर अध्यक्ष को प्रदर्शन से रोकने को वह स्वयं के पास कार्यक्रम अाने की बात कहते हुए प्रदेश अध्यक्ष से बात करने का हवाला देती हैं। वीडियो में कंपनी प्रतिनिधि बन बात कर रहे व्यक्ति का चेहरा नजर नहीं आ रहा, लेकिन वो पार्टी के जिला महासचिव शाहिद अहमद का बार-बार नाम ले रहा है। यह वीडियो राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी तक पहुंचने के बाद शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने दोनों पदाधिकारियों से इस्तीफा लेकर मंजूर कर दिया। पार्टी जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सभी दोषियों पर कार्रवाई करेगी।

पिछले दिनों कार्यालय पर प्रदर्शन कर दी थी गिरफ्तारी

कांग्रेस द्वारा 21 जुलाई को टोरंट पॉवर के एमजी रोड पर तालाबंदी की गई थी। इसमें पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जिलाध्यक्ष मनाेज दीक्षित समेत अाधा दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पार्टी लॉक डाउन के तीन माह की अवधि का बिजली बिल माफ करने को आंदोलनरत है।

'शाहिद अहमद ने षड्यंत्र के तहत मेरे विश्वास को ठेस पहुंचाई है। आज प्रदेश कमेटी द्वारा मुझे वीडियो वायरल होने का हवाला देते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया तो मैंने स्वेच्छा से अपना इस्तीफा भेज दिया। प्रदेश नेतृत्व को अवगत करा दिया है कि जब तक जांच चलती है, तब तक मैं काम करने में असमर्थ हूं।'

-मनोज दीक्षित, जिलाध्यक्ष कांग्रेस

'इस प्रकरण से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। '

-भूपेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी टोरंट

सौदेबाजी के डायलॉग

-सौदेबाजी करने वाला: तीन लाख की बोल दूं, मंथली

-जिलाध्यक्ष के साथ बैठा शख्स: हां तीन लाख बोल दो

-सौदेबाजी करने वाला: मैं आपकी बात रखूंगा, मैं चाहूंगा की शाहिद भाई को दो से तीन दिन में जवाब दूं।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष: फिर हम देखकर कंसल्ट करेंगे, वो लाख, दो लाख और चार लाख नहीं कहेगी, वो यह कहेगी

सौदेबाजी करने वाला: देखिए अध्यक्ष जी आज है शनिवार, ठीक है शाहिद भाई । मंडे को क्योंकि कल आफिस बंद है, कल हम लोग बात कर लेंगे। जिन्होंने हमे भेजा है हम उन्हें बता देंगे कि देखिए भाई यह वहां की प्रोसिडिंग है और उनका भी अपना जायज है। क्योंकि उनके भी अपने पार्टी के खर्चे हैं। पार्टी की जिम्मेदारियां हैं, और अगर वो इस बात पर राजी होते हैं तो मैं आपको जैसी भी स्थिति है बताउंगा। फिर उसमें जो भी इफ एंड बट होगा तो वो हम लास्ट मीटिंग अध्यक्ष जी से उनकी करा देंगे। ये दोनों जिम्मेदार जने आप बैठ जाओ।

बंद कमरे में कांग्रेस जिलाध्यक्ष: सीधे बात करो, सही बात है।

-सौदेबाजी करने वाला: हमारा रट्टा बीच का खत्म, क्योंकि ज्यादा लंबी बात करने में कोई बीच में नहीं आता। वो लॉस्ट में आएंगे एक मिनट के लिए आएंगे और जो भी इनका होगा अटैची-पेटी जो भी इनका देना होगा देकर चुपचाप चले जाएंगे ।मगर, शहर में उसके बाद कोई भी कार्यक्रम कांग्रेस नहीं करेगी।

-कांग्रेस जिलाध्यक्ष: नहीं प्रोग्राम होगा, फार्मेल्टी जैसी होगी कि ज्ञापन दे दिया। गए किन्हीं अधिकािरयों को जो वहां बैठा हुआ जैसे एमडी या कर्मचारी बैठा होगा वहां जाएंगे चुपचाप, भइया ये ज्ञापन ले लो। शासन को भेज दो । जो ये संशोधन कर दें नियमों में, यह कर दें वो कर दें, यह जरूर होगा।

-सौदेबाजी करने वाला: ठीक है अध्यक्ष जी मैं आपका ज्यादा समय खराब नहीं कर पाउंगा।

-कांग्रेस जिलाध्यक्ष:ठीक है आज बहुत काम है, तीन जगह जाना है।

-सौदेबाजी करने वाला: मेरे को आज अच्छा लगा कि मेरी मनोज दीक्षित जी से मेरी डायरेक्ट बात हुई , आप जिले की अध्यक्ष हैं। भगवान आप जैसी अध्यक्ष सबको दे।

-कांग्रेस जिलाध्यक्ष: हम तो यह कहते हैं देखो अच्छी बात है विभाग में हम लोग अच्छा कर रहे हैं, लेकिन पहले तो हम लोग एक ह ीहैं । एक ही समस्या से जूझ रहे हैं ।अच्छी बात हैे कि चार भाई हमारे साथ हैं ।हम जिस लायक हैं, हम चाहते हैं कि पूरी तरीके से काम करें और अच्छा करें।

-सौदेबाजी करने वाला: लोगों की समस्या होती है, बिल वगैरह की वो सब बैठकर बात होंगी । एक प्रसेंटेज तय हो जाएगा कि कितने पर आपके मैटर निपटेंगे । ठीक है अध्यक्ष जी

-कांग्रेस जिलाध्यक्ष: जी ठीक है 


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