TrumpVisitIndia: ट्रंप के दौरे को लेकर आगरा में 75 प्वाइंट चिन्हित, पहली बार डयूटी की गूगल टैगिंग
रूफ टॉप डयूटी पर लगे जवानों पर भी रहेगी पेंटागन की नजर। सभी चिह्नित स्थानों के अक्षांश और देशांतर के साथ गूगल टैगिंग।
आगरा, जागरण संवाददाता। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे को लेकर पुलिस की तैनाती भी हाईटेक तरीके से की गई है। पहली बार डयूटी की गूगल टैगिंग की गई है। ऐसा अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी के कहने पर किया गया है। इससे वह सुरक्षा मुख्यालय पेंटागन से भी सीधी निगरानी कर सकती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24 को ताजमहल देखने परिवार के साथ आ रहे हैं। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी अत्याधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल कर सुरक्षा इंतजाम कर रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में रूट पर तीन हजार से भी अधिक पुलिस के जवान रहेंगे। इसके साथ ही पूरे रूट पर 75 स्थान ऐसे चिह्नित किए हैं, जिनकी छतों पर पुलिसकर्मी निगरानी में लगाए जाएंगे। ग्राउंड पर डयूटी करने वाले पुलिसकर्मी तो आसानी से दिखेंगे, लेकिन छतों पर निगरानी में लगे पुलिसकर्मियों की मॉनीटरिंग में परेशानी होती थी। इस बार उन सभी घरों, दुकानों और होटलों की गूगल जियो टैगिंग कर दी गई है। इससे स्थानीय अधिकारियों के लिए मॉनीटरिंग तो आसान होगी ही, अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी अपने सुरक्षा मुख्यालय से भी इन पर नजर रख सकती है।
भविष्य में काम आएगा यह प्रयोग
गूगल जियो टैगिंग का यह प्रयोग भविष्य में भी पुलिस के काम आएगा। किसी भी देश के राष्ट्राध्यक्ष या अन्य वीवीआइपी के मूवमेंट के दौरान वीवीआइपी रूट पर रूफ टॉप ड्यूटी इसके आधार पर लगाई जा सकेगी।
एयरफोर्स स्टेशन के बाहर भी पुलिस का सुरक्षा घेरा
अमेरिकी राष्ट्रपति के दौरे के समय एयरफोर्स स्टेशन के बाहर भी रूफ टॉप पर पुलिस की डयूटी रहेगी। इसके लिए आठ स्थान चिह्नित किए हैं। सुरक्षा कारणों से केवल इन्हीं स्थानों को गूगल टैगिंग नहीं की गई है।
ताजमहल की गुंबद पर भी रहेंगे स्नाइपर
अमेरिकी राष्ट्रपति के डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा के लिए ताजमहल में ऐसे इंतजाम किए गए हैं कि परिंदा भी पर नहीं मार सके। यहां मुख्य गुंबद पर भी स्नाइपर तैनात रहेंगे। दूरबीन से लैस ये स्नाइपर उपस्थिति छिपाकर रहेंगे।
दो जाेेेन में बांटा गया ताजमहल का पूरा क्षेत्र
ताजमहल की सुरक्षा को पुलिस प्रशासन ने दो जोन में बांटा है। ताजमहल के अंदर के क्षेत्र को जोन एक में रखा गया है। ताजमहल के बाहर के क्षेत्र को जोन दो में रखा गया है। यहां चारों ओर रूफ टॉप ड्यूटी लगाई गई हैं। चारों ओर क्यूआरटी ओर पेट्रोलिंग वाहन रहेंगे। रिवर पेट्रोलिंग के लिए पीएसी की फ्लड कंपनी की ड्यूटी लगाई गई है। ताजमहल के अंदर कुछ ऐसे गेट हैं, जिनसे एएसआइ के कर्मचारियों का आवागमन बना रहता है। सघन एंटी सबोटाज चेकिंग कराने के बाद अधिकारी इन गेटों से ताला लगा देंगे। कार्यक्रम समाप्ति के बाद ही इनकी चाबी वापस की जाएंगी। यमुना पार मेहताब बाग, कछपुरा की ओर भी चेकिंग कराई जाएगी। यहां भी पुलिस फोर्स की ड्यूटी रहेगी, जिससे वहां से कोई न आ सके।
ट्रंप को आतंकियों से खतरा, विशेष अलर्ट
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवादी संगठनों से विशेष खतरा है। भारतीय और अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के इस तरह के इनपुट को देखते हुए यहां विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की गई कार्रवाई का इस्लामिक स्टेट, अलकायदा आदि संगठनों ने विरोध किया था। उन्होंने जेहाद की घोषणाएं भी की थीं। पिछले दिनों आतंकियों की गिरफ्तारी पर जानकारी हुई थी कि इंडियन मुजाहिदीन और सिमी के अलकायदा से संपर्क है। अलीगढ़ सिमी का प्रमुख केंद्र रह चुका है। साथ ही तीन जनवरी 2020 को बगदाद में जनरल कासिम सुलेमानी पर अमेरिकी ड्रोन हमले ने अमेरिकी राजनयिक पर खतरा और बढ़ गया। खुफिया एजेंसियों ने अमेरिका और ईरान के बीच चल रहे गतिरोध को देखते हुए भी भारत यात्र के दौरान विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। खुफिया एजेंसियों के इनपुट के बाद ही अमेरिकी सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस फोर्स भी अलर्ट है।