Move to Jagran APP

38 दिनों की CoronaVirus की मुश्किल कैद, हर पल गुजरा संदेह और डर में, पढ़ें चीन से लौटे दंपती का अनुभव

चीन के वुहान शहर में 38 दिनों तक कैद में रहने के बाद लौटे हैं यादव दंपती। 14 दिन दिल्‍ली आइसोलेशन सेंटर में बिताए।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 14 Mar 2020 04:34 PM (IST)Updated: Sat, 14 Mar 2020 08:41 PM (IST)
38 दिनों की CoronaVirus की मुश्किल कैद, हर पल गुजरा संदेह और डर में, पढ़ें चीन से लौटे दंपती का अनुभव
38 दिनों की CoronaVirus की मुश्किल कैद, हर पल गुजरा संदेह और डर में, पढ़ें चीन से लौटे दंपती का अनुभव

आगरा, जेएनएन। चीन के वुहान शहर से लौटकर जलेसर के आशीष और नेहा 14 दिन दिल्ली स्थित आइसोलेशन सेंटर में बिताने के बाद वापस शनिवार को अपने घर जलेसर पहुंच गए। उन्हें देखते ही उनका परिवार खुशी से झूम उठा। उन्हें देखने के लिए मोहल्ले वालों की भीड़ जुट गई। उधर स्वास्थ्य विभाग को जैसे ही यह भनक लगी कि आशीष और नेहा अपने घर पहुंच गए हैं तो विभागीय टीम भी घर पर जा पहुंची और परीक्षण किया।

loksabha election banner

दरअसल आशीष और नेहा चीन के वुहान शहर से लौटकर दिल्ली स्थित आइटीबीपी के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराए गए थे। जहां हर रोज उनके नियमित चेकअप होते थे और स्क्रीनिंग की जाती थी। 14 दिन बाद उन्हें शुक्रवार शाम छुट्टी दे दी गई| आशीष वुहान में टैक्सटाइल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। भारत सरकार के प्रयासों से 112 भारतीयों का दल चीन से वापस आया था जिनमें जलेसर के दंपती भी थे। जब वे घर पहुंचे तो आशीष के पिता भंवर सिंह और मां सरोज देवी की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा।

डर लगता था कहीं पकड़ न ले जायें

जलेसर पहुंचने के बाद आशीष और नेहा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब वे चीन में थे तो उन्हें डर था कि कहीं सेना या स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें पकड़कर न ले जाए। क्योंकि अक्सर यह देखने में आ रहा था कि लोगों को घरों से खींचकर स्वास्थ्य विभाग की टीम और सेना के जवान ले जाते थे ऐसी स्थिति कहीं उनके साथ ना बन जाए और वह चीन के ही होकर न रह जाएं यह आशंकाएं उन्हें सताती रहती थीं।

अच्छी तरह होती थी देखभाल

दंपति ने बताया कि उनकी तमाम जांच हो चुकी हैं मगर कोरोना की पुष्टि नहीं हुई हालांकि हम लोग पहले से ही आश्वस्त थे कि हमें कोरोना नहीं है लेकिन फिर भी एहतियात बरतना बेहद जरूरी था दिल्ली स्थित आइसोलेशन सेंटर में हमें कोई परेशानी नहीं हुई वहां अच्छी देखभाल की जाती थी|

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की जांच

इस बीच जब स्वास्थ्य विभाग की स्थानीय टीम को भनक लगी कि आशीष और नेहा अपने घर वापस लौट आए हैं तो वह दंपत्ति के घर पहुंच गई लेकिन उनके पास में कोई खास उपकरण नहीं थे। उन्होंने सिर्फ दंपति से बातचीत कर प्राथमिक जांच की| टीम ने बताया कि पति-पत्नी पूरी तरह स्वस्थ हैं।

भगवान के लिए मत करो मास्क की कालाबाजारी

कोरोना को हराकर वापस लौटे आशीष और नेहा ने मेडिकल स्टोर संचालकों से अपील की कि भगवान के लिए वे मास्क की कालाबाजारी न करें। लोग पहले से ही डरे हुए हैं इसलिए उनकी जेबों पर और बोझ न बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि सावधानी बरतें फिर देखिए वायरस का डर बेअसर हो जाएगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.