US Violence पर बोले आगरा के कारोबारी, अमेरिका में सत्ता के लिए हिंसा का एक्सपोर्ट पर नहीं होगा कोई असर
आगरा से जूता और हैंडीक्राफ्ट का अमेरिका को होता है एक्सपोर्ट। इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा के अभाव में नहीं आ रहे पर्यटक। आगरा से करीब पांच हजार करोड़ रुपये का जूता एक्सपोर्ट प्रतिवर्ष होता है। इसमें से 80 फीसद यूरोपीय देशों और 15-16 फीसद एक्सपोर्ट अमेरिका को होता है।
आगरा, जागरण संवाददाता। अमेरिका में सत्ता के लिए हो रही हिंसा ने पूरी दुनिया को चकित कर दिया है। सबसे प्राचीन लोकतंत्र वाले देश की इस स्थिति पर आगरा के कारोबारी भी निगाह रखे हुए हैं, लेकिन उनका मानना यह है कि यह दौर थोड़े समय का है। आगरा से अमेरिका को होने वाले जूता और हैंडीक्राफ्ट के एक्सपोर्ट पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
हाईलाइटर
-आगरा से करीब पांच हजार करोड़ रुपये का जूता एक्सपोर्ट प्रतिवर्ष होता है। इसमें से 80 फीसद यूरोपीय देशों और 15-16 फीसद एक्सपोर्ट अमेरिका को होता है। यह करीब 800 करोड़ रुपये का है।
-आगरा से हैंडीक्राफ्ट्स आइटम में जरदौजी वर्क, मार्बल, कारपेट का करीब 100 करोड़ रुपये से अधिक का प्रत्यक्ष निर्यात अमेरिका को होता है।
-ताजमहल देखने अमेरिकी पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं, लेकिन मार्च, 2019 से इंटरनेशनल फ्लाइट स्थगित होने व टूरिस्ट वीजा नहीं दिए जाने से वो नहीं आ पा रहे हैं। यहां आने वाले पर्यटक हैंडीक्राफ्ट्स आइटम खरीदते हैं। यह कारोबार करीब 500 करोड़ रुपये का है।
अमेरिका में सत्ता के लिए हिंसा का असर जूते के एक्सपोर्ट पर नहीं पड़ेगा। यह दौर अस्थायी है। इतना जरूर होगा कि चीन पर अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने से भारत को जो फायदा मिलता, उसमें विलंब होगा।
-पूरन डावर, अध्यक्ष एफमेक
अमेरिका में लोकतंत्र बहुत मजबूत है। वहां जो कुछ हुआ है, वो केवल लोगों को उकसाए जाने की वजह से हुआ है। यह अस्थायी है। इसका व्यापार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। एक्सपोर्ट केवल कोविड-19 की वजह से प्रभावित है।
-नजीर अहमद, जूता निर्यातक
अमेरिका बहुत बड़ा देश है। वहां सत्त के लिए हो रही हिंसा का असर छोटे क्षेत्र तक सीमित रहेगा। हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। कोविड-19 के प्रभाव से हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट अब उबर रहा है।
-रजत अस्थाना, हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर
हैंडीक्राफ्ट आइटम का एक्सपोर्ट अमेरिका को पहले ही हो चुका है। हिंसा का असर हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट पर नहीं पड़ेगा। जो बाइडन अगर करों को बढ़ाते हैं तो उसका असर एक्सपोर्ट कारोबार पर भविष्य में पड़ सकता है।
-प्रहलाद अग्रवाल, अध्यक्ष टूरिस्ट वेलफेयर चैंबर