Health Tips: जिमीकंद को कीजिए अपनी डाइट में शामिल और वेट लॉस के साथ पाइए ये 6 फायदे
Health Tips भारत अफ्रिका और अन्य एशियाई देशों में अधिक खाया जाता है जिमीकंद। इसमें अधिक मात्रा में होते हैं एंटीऑक्सीडेंट और बीटा कैरोटीन। कई विटामिन और मिनरल भी होते हैं जिमीकंद सब्जी में जो सेहत के लिए हैं फायदेमंद।
आगरा, तनु गुप्ता। जिमीकंद या सुरन को ओल के नाम से भी जाना जाता है। जिमीकंद का सेवन करने से आप आसानी से वेट लॉस कर सकते हैं। इस सब्जी का आकार हाथी के पैर के जैसा होता है। यह भारत, अफ्रिका और अन्य एशियाई देशों में अधिक खाया जाता है। डायटिशियन आकांक्षा गुप्ता के अनुसार इस सब्जी में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और बीटा कैरोटीन गुण होते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इसमें कई विटामिन और मिनरल होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
जिमीकंद है गुणों की खान
जिमीकंद में पर्याप्त मात्रा में कैलोरी, वसा, कार्बोहाइडेट, प्रोटीन, पोटीशियम और फाइबर होता है। इस सब्जी में विटामिन 6, विटामिन 1, राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड, विटामिन ए और बीटा केरोटीन भी पाया जाता है, जो शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाता है।
1- जिमीकंद करता है वजन कम करने में मदद
उच्च फाइबर से भरपूर होने की वजह से इस सब्जी को स्लिमिंग फूड के नाम से जाना जाता है। यह सब्जी वजन घटाने में मदद करता है और शरीर में कॉलेस्ट्राल के स्तर को भी कम करता है। लेकिन इसका ठीक से पकना जरूरी है। जिमीकंद में मौजूद फाइबर आपके पेट में रहने वाले अनुकूल बैक्टीरिया के लिए भी अच्छा होता है।
2- जिमीकंद कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करे
जिमीकंद में शक्तिशाली यौगिक होते हैं जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और हृदय रोग के जोखिम को कम करते हैं।
3- मधुमेह रोगियों के लिए है जिमीकंद फायदेमंद
मधुमेह के रोगियों के लिए जिमीकंद बहुत फायदेमंद होता है। इसमें कुछ ऐसे यौगिक होते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। मधुमेह के रोगियों को नियमित रूप से अपने आहार में जिमीकंद को शामिल करना चाहिए।
4- जिमीकंद करे तनाव कम
जिमीकंद में विटामिन, पोटेशियम और आयरन होता है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और मूड को बदल देता है।
5- बवासीर के इलाज में सहायक होता है जिमीकंद
जिमीकंद बवासीर की समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है। यह कब्ज की समस्या को भी दूर करता है। जो लोग कब्ज और बवासीर से पीड़ित हैं उन्हें अपने आहार में हाथी के पैर के रतालू को शामिल करना चाहिए।
6- गठिया में मददगार
सुरन में दर्द कम करने वाले और सूजन रोधी गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द को कम करते हैं। हाथी के पैर के रतालू में अच्छी मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो कई बीमारियों के खतरे को नियंत्रित करते हैं।