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Ramadan in Lockdown: इबादत में कोरोना से जंग जीतने की दुआ, सलाखों के पीछे माह- ए- रमजान

सेंट्रल जेल के 323 और जिला जेल के 175 बंदी रख रहे हैं रोजा। देश के कोरोना से जंग जीतने की रोज कर रहे हैं दुआ।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 02 May 2020 12:17 PM (IST)Updated: Sat, 02 May 2020 12:17 PM (IST)
Ramadan in Lockdown: इबादत में कोरोना से जंग जीतने की दुआ, सलाखों के पीछे माह- ए- रमजान
Ramadan in Lockdown: इबादत में कोरोना से जंग जीतने की दुआ, सलाखों के पीछे माह- ए- रमजान

आगरा, जागरण संवाददाता। रहमत और बरकत के महीने रमजानुल मुबारक में इबादत के दौरान करीब पांच सौ बंदियों द्वारा रोज देश के कोरोना से जंग जीतने की दुआ की जा रही है। यहां की सरजमीं पर इस वायरस के जल्द से जल्द पराजित होने की दुआ मांगी जा रही है।

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सेंट्रल जेल में हर वर्ष कई सौ बंदी रोजा रखते हैं। इस वर्ष भी 323 बंदी रोजा रख रहे हैं। जबकि जिला जेल में 175 बंदी रोजेदार हैं। मगर,इस बार देश कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। महामारी के संक्रमण को फैलने से राेकने के लिए 25 मार्च से देश में लॉकडाउन है। हर साल इन बंदियों के स्वजन रमजान से पहले उनके लिए सहरी और इफ्तार की सामान दे जाते थे। मगर, इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते मुलाकात बंद है। बाहर की दुनिया से अलग-थलग होने के बावजूद यह बंदी इस वायरस की गंभीरता को बखूबी जान रहे हैं।

वह बरकतों के इस महीने में इबादत में रोज देश के कोरोना से जंग जीतने की दुआ करते हैं। इन बंदियों को यकीन है कि उनकी दुआ जरूर कबूल होगी। वहीं सेंट्रल जेल में रोजेदारों की सहरी और इफ्तार का इंतजाम जमीअत उलमा ए हिंद और ऑल इंडिया मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी व प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। बंदी रोजेदार शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए बैरक में नमाज अदा कर रहे हैं। जिन रोजेदारों को कुरान पढ़ना आता है, उसकी तिलावत कर रहे हैं।

500 किलो फल भी भेजे जाते हैं रोजेदार बंदियों को

जमीअत उलमा ए हिंद के प्रवक्ता सगीर अहमद ने बताया कि केंद्रीय कारागार में रोजा रखने वाले बंदियों के लिए कमेटी द्वारा इफ्तार का सामान पहुंचाया जा रहा है। उसकी ओर से रोजेदार बंदियों के रोज लगभग 500 किलो फल दिए जा रहे हैं।

सेंट्रल जेल 323 बंदी और जिला जेल में 175 बंदी रोजा रख रहे हैं।इनके लिए जमीअत उलमा ए हिंद,ऑल इंडिया मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी व प्रशासन की ओर से सहरी और इफ्तार की सामग्री मुहैया कराई जा रही है।

एसपी मिश्रा, जेलर केंद्रीय कारागार 


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