Ram Nath Kovind: राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए छावनी बनी योगीराज की नगरी, ऊंची इमारतों पर स्नाइपर तैनात
Ram Nath Kovind राष्ट्रपति की सुरक्षा में अभेद किला बनेगी तीर्थनगरी सात किलोमीटर तक सड़क किनारे बैरीकेडिंग कर डाले जा रहे पर्दे- राज्यपाल व मुख्यमंत्री करेंगे स्वागत फ्लीट ने हेलीपैड से बांकेबिहारी मंदिर तक किया ट्रायल कृष्णा कुटीर के वातानुकूलित पंडाल में होगा माताओं से संवाद
आगरा, जागरण टीम। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के स्वागत की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। महामहिम की अभेद सुरक्षा के लिए तीर्थनगरी का सात किलोमीटर दायरा पूरी तरह छावनी में तब्दील होगा। चप्पे-चप्पे पर तैनात सशस्त्र सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। राष्ट्रपति कोविन्द की हेलीपैड पर राज्यपाल व मुख्यमंत्री आगवानी करेंगे।
राष्ट्रपति ढाई घंटे दौरे पर रहेंगे वृंदावन
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द सोमवार सुबह करीब ढाई घंटे के दौरे पर वृंदावन पहुंच रहे हैं। वे सबसे पहले ठा. बांकेबिहारी के दरबार में मत्था टेकेंगे। मंदिर में सेवायत गोस्वामी व आचार्य वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विशेष पूजन अर्चन कराएंगे। कोविन्द के साथ छह निराश्रित व असहाय वृद्ध महिलाएं भी ठाकुरजी के दर्शन व पूजा करेंगी। हेलीपैड से मंदिर तक के करीब सात किलोमीटर लंबे मार्ग में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
मंदिर की ऊंची इमारतों पर स्नाइपर
मंदिर व मुख्य कार्यक्रम स्थल के आसपास ऊंची इमारतों पर स्नाइपर निगरानी रखेंगे। शहर से जुड़े प्रमुख मार्गों की यातायात व्यवस्था बदली गई है। वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। सुबह आठ बजे मंदिर खुलने से लेकर 11 बजे तक ठाकुर बांकेबिहारी में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द महिला आश्रय सदन कृष्णा कुटीर में रह रही दो सैकड़ा माताओं से मिलेंगे। सदन में विशेष रूप से तैयार किए गए वातानुकूलित पांडाल में राष्ट्रपति के अलावा जनप्रतिनिधि रहेंगे।
राष्ट्रपति स्वल्पाहार के साथ निराश्रित माताओं के साथ संवाद करेंगे। इन माताओं में कृष्णा कुटीर महिला आश्रय सदन के अलावा चैतन्य विहार महिला आश्रय सदन व पांच निजी महिला आश्रय सदन की माताओं को भी शामिल किया गया है। राष्ट्रपति का कृष्णा कुटीर आश्रय सदन में महिलाएं टीका कर व आरती उतारकर स्वागत करेंगी।
संवाद के दौरान प्रोजेक्टों पर होगी चर्चा
कृष्णा कुटीर महिला आश्रय सदन में रह रहीं माताओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चल रहे प्रोजेक्टों की राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुति की जाएगी। प्रोजेक्टों का संचालन कर रहीं माताएं हस्तनिर्मित पोशाक, अगरबत्ती, धूपबत्ती, इत्र, कंठीमाला, अचार व पैकेजिंग का काम राष्ट्रपति के समक्ष रखेंगी।