सैफई में पकड़ी बिजली चोरी, 55 लाख का जुर्माना, आगरा, कानपुर और कन्नौज से गईं थीं टीम
133 किलोवाट की बिजली चोरी पकड़ी गई। जिसमें कुल 26.60 लाख का शमन और 55.5 लाख की चोरी की पेनल्टी लगाई गई।
आगरा, जेएनएन। बड़े बकायदारों और बिजली चोरों के खिलाफ विद्युत विभाग का अभियान जारी है। पिछले दिनों एक करोड़ रुपये के बकाय पर सैफई हवाई पट्टी की बिजली काट दी गई थी। गुरुवार को विभाग ने सैफई में बिजली चोरों के खिलाफ अभियान चलाते हुए तीन प्रतिष्ठानों में बिजली चोरी पकड़ी। आगरा, कानपुर और कन्नौज से पहुंची विजिलेंस की टीमों ने कुल 133 किलोवाट की बिजली चोरी पकड़ी। जिसमें कुल 26.60लाख का शमन शुल्क और 55.5 लाख की चोरी की पेनल्टी लगाई गई है।
इन प्रतिष्ठानों पर हुई छापेमारी
- मैसर्स राजू कांच उद्योग अपने स्वीकृत भार 20 किलोवाट पर 60 किलोवाट डायरेक्ट केबिल ट्रांसफॉर्मर से जोड़कर चला रहा था ।
शमन- 12 लाख रुपये
पेनाल्टी- 32 लाख रुपये
- मैसर्स सुषमा मोती उद्योग अपने स्वीकृत भार 15 किलोवाट के अतिरिक 15 किलोवाट डायरेक्ट केबिल ट्रांसफॉर्मर से जोड़ कर चल रहा था।
शमन- 3 लाख रुपये
पेनाल्टी- 8.5 लाख रुपये
- मैसर्स बीके मोती उद्योग अपने स्वीकृत भार 30 किलोवाट के अतिरिक 58 किलोवाट डायरेक्ट केबिल ट्रांसफॉर्मर से जोड़ कर चलते हुए बिजली चोरी में पकड़ा गया।
शमन-11.60 लाख रुपये
पेनल्टी- 15 लाख रुपये
टीम होगी पुरस्कृत
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी सुधीर कुमार वर्मा ने विजिलेंस की पूरी टीम की इस कार्यवाई की प्रसंशा की। साथ ही 26 जनवरी 2019 को उन्हें पुरस्कृत करने की संस्तुति पावर कारपोरेशन, लखनऊ को की है।