Racket of Girls: पुलिस से बचने को Underground हुए रोशनी के एजेंट, देशी विदेशी युवतियों से है संपर्क
Racket of Girls शहर में सक्रिय थे देशी-विदेशी युवतियों के एक दर्जन से ज्यादा एजेंट। देह व्यापार गिरोह की सरगना के सीधे संपर्क में थीं 50 से देशी-विदेशी लड़कियां।
आगरा, जागरण संवाददाता। देह व्यापार की सरगना रोशनी नागवानी की गिरफ्तारी के बाद शहर में सक्रिय उसके एक दर्जन से ज्यादा एजेंट भूमिगत हो गए हैं। पुलिस रोशनी के मोबाइल से इन एजेंट की सूची हासिल करके उन पर शिकंजा कसने में जुट गयी है। देह व्यापार की सरगना के सीधे संपर्क में 50 से ज्यादा देशी-विदेशी युवतियां हैं।
देह व्यापार की सरगना रोशनी नागवानी का ताजनगरी में काफी बड़ा नेटवर्क था। उसने अपने एक दर्जन से ज्यादा एजेंट बना रखे थे। जिनके द्वारा वह ग्राहकों को लड़कियां उपलब्ध कराती थी। रोशनी ने यह काम खुद को सुरक्षित रखने के लिए किया था। इससे कि पुलिस यदि कार्रवाई करे तो वह एजेंट तक ही सिमट कर रह जाए। इन एजेंट से बातचीत करने के लिए उसनेे अलग से मोबाइल नंबर लिया हुआ था। वह सीधे उन्हीं ग्राहकों के संपर्क में रहती थी जो सालों से उससे जुड़े हैं। पुलिस को उसके मोबाइल में 18 साल से लेकर 60 साल की उम्र तक के ग्राहकों के नाम और नंबर मिले हैं।
पुलिस को रोशनी के नेटवर्क की छानबीन में कई अहम चीजें मिली हैं। इससे पुलिस अनुमान लगा रही है कि वह आगरा जोन में देशी-विदेशी युवतियों की सबसे बड़ी सप्लायर्स थी। रसियन और उजबेकिस्तान की युवतियों को वह ठेके पर आगरा लेकर आती थी। होटल में ठहराती थी। पुलिस के अनुसार विदेशी युवतियों के लिए कमरा उनकी असली आईडी पर बुक कराया जाता था। सितारा होटलों में युवतियां जाती थीं तो वहां दूसरी व्यवस्था रहती थी। वहां दो ग्राहक और युवती के लिए अलग-अलग कमरे बुक कराए जाते थे।
रोशनी नागवानी से पुलिस ने तीन मोबाइल बरामद किए थे। दो मोबाइल में उसने अलग-अलग नंबर से व्हाट्स एप चालू कर रखा था। उसके मोबाइल में पुलिस को चार हजार से ज्यादा नंबर मिले हैं। इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह ने बताया कि इन नंबरों पर हुए मैसेज चेक किए जाएंगे। मोबाइल फोरेंसिक लैब भेजे जाएंगे। जिससे उसके खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा सकें।
सरगना के बैंक खातों की जुटा रही जानकारी
पुलिस रोशनी के बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है। इससे कि यह पता किया जा सके कि उसने कितना धन कमाया है। इसके बाद उससे सवालों के जवाब पूछे जाएंगे। पुलिस को उसका आधार कार्ड और पैन नंबर मिला है।इससे यह पता लगाया जा रहा है कि इन नंबरों से कितने खाते लिंक हैं। उनमें कितनी रकम है और दो साल में कितने रुपये का लेनदेन हुआ।