मेयर साहब, गंगाजल दिलाओ नहीं तो दे देंगे जान
आरकेपुरम सहित 34 कालोनियों के लोगों ने नगर निगम में मटका फोड़कर किया प्रदर्शन नगर निगम और जल संस्थान के अफसरों के खिलाफ की नारेबाजी आंदोलन की दी चेतावनी
आगरा,जागरण संवाददाता। आरकेपुरम दयालबाग सहित 34 कालोनियों के लोग बुधवार दोपहर भड़क गए। लगातार आश्वासन मिलने से नाराज लोगों ने नगर निगम और जल संस्थान के अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बड़ी संख्या में लोग पैदल मार्च करते हुए नगर निगम पहुंचे जहां मेयर नवीन जैन के खिलाफ नारेबाजी की और गंगाजल दिलाने या फिर जान देने की बात कही। लोगों ने मटका फोड़कर विरोध प्रदर्शित किया। क्षेत्रीय लोगों ने चेतावनी दी कि जल्द ही गंगाजल नहीं मिला तो आंदोलन शुरू होगा। इसकी जिम्मेदारी मेयर की होगी।
गंगाजल प्रोजेक्ट के तहत दस साल पूर्व नगला हवेली, आरकेपुरम, राधा नगर, कबीरनगर सहित अन्य क्षेत्रों में पाइप लाइन बिछाई गई थी। अब यह लाइन टूट गई है। नई लाइन बिछाने में देरी की जा रही है। इससे लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। बुधवार सुबह क्षेत्रीय लोगों ने दयालबाग में बैठक की और फिर एमजी रोड से होते हुए नगर निगम कार्यालय पहुंचे। अपर नगरायुक्त केबी सिंह को ज्ञापन सौंपा। क्षेत्रीय निवासी सौरभ चौधरी ने कहा कि निगम के अफसरों द्वारा टेंडर में देरी की जा रही है। इसी के चलते अभी तक पानी की लाइन नहीं बिछ पा रही है। भूपेश कुशवाहा ने कहा कि दयालबाग में पेयजल संकट को लेकर कई बार ज्ञापन भी दिया जा चुका है। अफसरों ने कोई ध्यान नहीं दिया। सत्यवीर चौधरी ने कहा कि पानी के कनेक्शन होने के बाद भी जलापूर्ति नहीं हो रही है। इससे जनता परेशान है। आशा शर्मा, सावित्री चाहर, राधा वर्मा, प्रेमवती, वीना त्यागी, कारण यादव मौजूद रहे।
दो करोड़ रुपये से बिछेगी पानी की लाइन : मेयर नवीन जैन का कहना है कि दयालबाग की दो दर्जन कालोनियों में गंगाजल की पाइप लाइन बिछाने के लिए दो करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। यह 15वें वित्त आयोग में हुए हैं। बारिश के चलते पानी की लाइन नहीं बिछाई जा रही है। बारिश के तुरंत बाद यह कार्य शुरू होगा। इससे हजारों लोगों को गंगाजल की आपूर्ति हो सकेगी। पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
दूसरे दिन भी पानी के लिए शहर भर में हाहाकार : पालड़ा फाल बुलंदशहर से बुधवार को 100 एमएलडी गंगाजल मिला। इसके चलते जीवनी मंडी वाटरवर्क्स को 70 और सिकंदरा स्थित गंगाजल प्लांट को 30 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति हो सकी। गंगाजल में मिट्टी की मात्रा अधिक होने के कारण शोधन में दिक्कत आई। वाटरवर्क्स और प्लांट को चार-चार बार बंद करना पड़ा। दूसरे दिन शहर भर में पानी के लिए हाहाकार मचा रहा। हैंडपंपों और सबमर्सिबल में पानी भरने के लिए लोगों की लाइन लगी रही। जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव ने बताया कि अपर गंगा कैनाल से कम मात्रा में गंगाजल मिल रहा है। इसी के चलते पेयजल संकट गहरा गया है।
आज शाम से भरपूर मिल सकता है गंगाजल : शहर को गुरुवार शाम से भरपूर गंगाजल मिलने की उम्मीद है। इससे जलापूर्ति में कोई दिक्कत नहीं आएगी। जल निगम, गंगाजल इकाई के परियोजना प्रबंधक आरके गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार से पूरी तरह से पेयजल समस्या खत्म हो जाएगी।
इन क्षेत्रों में सबसे अधिक दिक्कत : गोबर चौकी, ताजगंज, शमसाबाद रोड, मुस्तफा क्वार्टर, पुलिस लाइन के आसपास, रामनगर, शंकरगढ़ की पुलिया, आजमपाड़ा, किशोरपुरा, जगदीशपुरा, यमुनापार, कमलानगर और बल्केश्वर।
गंदे पानी की हुई आपूर्ति : बुधवार को लोहामंडी, शाहगंज औ दयालबाग क्षेत्रों में गंदे पानी की आपूर्ति हुई। क्षेत्रीय लोगों ने जल संस्थान के अफसरों को फोन कर अपनी शिकायत दर्ज कराई।