आधी रात के बाद धरने से उठे भाजपा विधायक, पुलिस पर लगाया रिश्वतखोरी का आरोप
ग्रामीण की आत्हत्या के बाद नामजद ग्रामीणों को पुलिस ले आई थी थाने। ग्रामीणों के समर्थन में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विधायक बैठे थे धरने पर।
आगरा(जेएनएन): रविवार शाम पांच बजे से मथुरा के महावन थाने पर चल रहा भाजपा विधायक का धरना आधी रात बाद बड़ी मुश्किल से खत्म हुआ।
विधायक पुलिस पर रिश्वतखोरी का आरोप लगा रहे थे। देर रात तक उनके समर्थन में लोग एकत्र होते रहे और थाने पर चल रहा ड्रामा जोर पकड़ता रहा। लोगों का आरोप था कि बिना सिफारिश पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं करती। साथ ही पुलिस का रवैया भी असहयोगात्मक रहता है।
बलदेव के भाजपा विधायक पूरन प्रकाश रविवार शाम पांच बजे मथुरा के महावन थाने में धरने पर बैठ गए थे। विधायक का आरोप था कि थाने में बिना पैसे दिए कोई काम नहीं हो रहा। पीड़ित भटक रहे हैं लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। विधायक को मनाने के लिए पुलिस अधिकारियों का थाने में जमावड़ा लग गया। एसपी देहात आदित्य शुक्ला और सीओ महावन पीपी सिंह थाना महावन पहुंच गए थे। अधिकारी देर रात तक विधायक को समझाते रहे, उसके बाद जाकर विधायक धरने से उठे। धरने के दौरान एकत्रित लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। इस दौरान विधायक की तबियत भी बिगड़ गई। जांच के लिए तुरंत डॉक्टर को बुलाया गया।
धरने पर बैठे भाजपा विधायक की मांग थी कि जब तक एसएसपी मौके पर आकर थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे, वह धरने पर बैठे रहेंगे। यह उनके सम्मान का मामला है। विधायक के धरने पर बैठने का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में भी लाया गया है।
बता दें कि जिले के नगला राय ¨सह निवासी कपूर चंद के पुत्र रोहित उर्फ तरुण ने पेड़ से फंदा लगाकर खुदकशी कर ली थी। मामले में गांव के छह युवकों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट कराई गई। पुलिस ज्ञान ¨सह को पकड़कर पूछताछ के लिए थाने ले आई। इसकी जानकारी पर गांव पचावर, नगला लोका और नगला राय ¨सह के ग्रामीण ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर थाने पहुंच गए। और थाने का घेराव कर पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। ग्रामीणों के समर्थन में विधायक पूरन प्रकाश भी थाने पहुंच गए और धरने पर बैठ गए थे।