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Good News: जल्‍द बदलनी शुरु होगी नंदगांव- बरसाना की सूरत, लठामार होली की भी बढ़ेगी अब भव्‍यता

प्रदेश सरकार ने कैबिनेट में पास कराया प्रस्ताव। क्षेत्रीय लोगों में नंदगांव-बरसाना की होली भव्य होने की जागी उम्मीद।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 15 Mar 2020 02:12 PM (IST)Updated: Sun, 15 Mar 2020 02:12 PM (IST)
Good News: जल्‍द बदलनी शुरु होगी नंदगांव- बरसाना की सूरत, लठामार होली की भी बढ़ेगी अब भव्‍यता
Good News: जल्‍द बदलनी शुरु होगी नंदगांव- बरसाना की सूरत, लठामार होली की भी बढ़ेगी अब भव्‍यता

मथुरा, जेएनएन। प्रदेश सरकार ने बरसाना- नंदगांव की विश्व प्रसिद्ध लठामार होली का खर्च उठाने का प्रस्ताव कैबिनेट में पास किया, तो राधारानी और नंदबाबा की नगरी के लोग उत्साहित हो गए। रंगीली चौक के भव्य निर्माण से लेकर होली का विस्तार की उम्मीद फिर जवां हुई है। बरसाना और नंदगांव की नगर पंचायत जल्द ही सरकार को भव्य होली चौक के निर्माण को प्रस्ताव भेजेगी।

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राधाकृष्ण के प्रेम अनुराग में रंगी बरसाना व नंदगांव की लठामार होली में देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु आते हैं। एक दिन बरसाना में होली होती है और अगले दिन नंदगांव में। दोनों की नगर पंचायतें ही स्थानीय स्तर पर खर्च उठाती हैं। 24 फरवरी 2018 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लठामार होली देखने आए थे, तो उन्होंने बरसाना और नंदगांव को तीर्थ स्थल घोषित किया था। बीते वर्ष लठामार होली को प्रांतीय मेला घोषित किया। इसी माह की तीन तारीख को सीएम बरसाना में लड्डू होली में आए थे। सरकार ने कैबिनेट में नंदगांव, लठामार होली को प्रांतीय मेला का दर्जा दिलाने का प्रस्ताव पास करा लिया। अब दोनों स्थानों की होली का खर्च सरकार वहन करेगी। इसके लिए बकायदा ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा। अभी नंदगांव ,बरसाना में रंगीली गली और चौक सकरे होने से लोग होली का आनंद नहीं ले पाते हैं। ऐसे में होली भव्य होने पर इन गलियों और चौक के दिन बहुरेंगे। नगर पंचायतों ने भव्य होली चौक बनाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजने की तैयारी की है।

ये है जरूरत

बरसाना-नंदगांव में दो बड़े होली चौक बनने की जरूरत है। रंगीली गली और चौक छोटा है, इससे कुछ लोग ही होली का आनंद ले पाते हैं।

- हेलीकॉप्टर से होली के दौरान पुष्पवर्षा।

- नंदगांव-बरसाना को एनएच-2 से जोड़ने के लिए छाता मार्ग को फोरलेन किया जाए।

- नंदगांव बरसाना में श्रद्धालुओं के लिए पर्यटक भवन की जरूरत।

अब होगा क्षेत्र का विकास

बरसाना की लठामार होली को प्रांतीय मेला का दर्जा कैबिनेट में पास होने के बाद अब होली का आयोजन और भव्य होगा। अब तब नगर पंचायत द्वारा ही होली की व्यवस्थाओं पर खर्चा किया गया। एक आयोजन पर करीब दस लाख रुपये खर्च होते थे। वहीं बरसाना होली चौक का भव्य निर्माण के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजेंगे,जिससे आयोजन को और भव्य बनाया जा सके। इससे क्षेत्र का विकास होगा।

श्यामवती, चेयरमैन नगर पंचायत बरसाना।

भगवान श्रीकृष्ण की क्रीड़ास्थली नंदगांव में भी भव्य होली चौक का निर्माण होना चाहिए। जिसमें हजारों लोग एक साथ बैठकर लठामार होली देख सकें। इसका प्रस्ताव बनाकर अधिकारियों को दिया जाएगा,जिससे ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु होली को देख सकें। अबतक होली के आयोजन पर नगर पंचायत द्वारा चार लाख रुपये खर्च किए जाते रहे हैं। सरकार के प्रस्ताव के बाद अब होली को और भव्यता मिलेगी।

गुलाबो देवी, चेयरमैन नगर पंचायत नंदगांव।

क्‍या कहते हैं स्‍थानीय लोग

यह खुशी की बात है कि अब प्रदेश सरकार होली की भव्यता पर लाखों रुपये खर्च करेगी। लेकिन पहले तो होली का विस्तार हो। वहीं रंगीली गली चौक का चौड़ीकरण हो।

रूपचंद श्रोत्रिया, स्थानीय निवासी।

लठामार होली को भव्य बनाने के लिए हर मुहल्ले में नगाड़े की व्यवस्था हो। कस्बे में दो स्टेडियमनुमा होली चौक बनाने की जरूरत है। इससे हजारों लोग एक साथ बैठकर होली के रंग देख सकते हैं।

राम सिंह छोंकर,स्थानीय निवासी।

राधाकृष्ण के प्रेम अनुराग से रंगी लठामार होली के दौरान पुष्प वर्षा होनी चाहिए। पूरे कस्बे को भव्य रूप से सजाना चाहिए। टेसू के फूलों से बने रंगों से ही श्रद्धालुओं पर बौछार होनी चाहिए।

गिरधारी अग्रवाल,स्थानीय निवासी।

आनंद की अनुभूति प्रदान करने वाली नंदगांव-बरसाना की लठामार होली का आनंद ही कुछ और है। नंदगांव की लठामार होली के लिए भी भव्य आयोजन होने चाहिए। पूरे नंदगांव को दुल्हन की तरह सजाना चाहिए।

श्यामलाल तिवारी, स्थानीय निवासी।

लठामार होली का आयोजन नंदगांव व बरसाना के बीच ही होता है। दोनों ही गांव राधाकृष्ण के पूरक हैं। होली के साथ ही नंदगांव के विकास की उम्मीद भी बढ़ी है। होली भव्य होगी तो श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा होगा। ओमप्रकाश गोस्वामी, स्थानीय निवासी।

प्रदेश सरकार को दोनों ही गांव में विकास की गंगा भी बहानी चाहिए। क्योंकि जब श्रद्धालुओं को ज्यादा से ज्यादा व्यवस्था इन दोनों गांव में मिलेगी तो स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का साधन बढ़ेगा।

बिजेंद्र मुनीम,स्थानीय निवासी।


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