जाड़े में भी पानी को तरस गए कई इलाके
जाड़े में भी शहर के कई इलाके पानी के लिए तरस रहे हैं। कहीं जल निगम ने पाइप लाइन उखाड़ फेंकी है तो कहीं ग्रीन गैस कम्पनी की वजह से पाइप क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, आगरा: जाड़े में भी शहर के कई इलाके पानी के लिए तरस रहे हैं। कहीं जल निगम ने पाइप लाइन उखाड़ फेंकी है तो कहीं ग्रीन गैस कम्पनी की वजह से पाइप क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यमुना में पानी का जल स्तर तेजी से घटने के कारण भी पानी की किल्लत हो रही है। जल संस्थान ने कई इलाकों में टैंकरों से पानी की सप्लाई कराई, जिससे फौरी तौर पर राहत मिली है।
अपनी गलती पर पर्दा डाल रहा जल निगम
जल निगम की गलती की सजा कमलानगर व उसके आसपास की कालोनियों के 12 हजार लोगों को उठानी पड़ रही है। मुगल रोड पर पानी की पाइप लाइन की जानकारी मजदूरों ने निगम के अफसरों को दी थी, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया और 15 मीटर की लाइन उखाड़ कर फेंक दी। गुरुवार को जल संस्थान ने टैंकरों से पानी की सप्लाई कराई।
मुगल रोड, शांतिनगर मोड़ के पास गंगाजल की लाइन बिछाई जा रही है। तीस मीटर गहरी लाइन की खोदाई हो चुकी है। सोमवार को खोदाई के दौरान मजदूरों ने जल संस्थान की लाइन को भी उखाड़ कर फेंक दिया। इससे तीस कालोनियों के 12 हजार घरों में पानी की सप्लाई बंद हो गई। गुरुवार को पानी न आने पर लोग सड़कों में निकल आए। पार्षद रवि शर्मा ने जल संस्थान के अधिकारियों को फोन किया। टैंकरों से पानी आपूर्ति के लिए कहा। कार्यवाहक महाप्रबंधक चंदन सिंह, जोन प्रथम के प्रभारी बीरी सिंह मौके पर पहुंचे। जल निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोगों ने अफसरों घेर लिया। क्षेत्रीय नागरिक दिनेश कुमार, शिव सिंह, राम चंद्र का कहना था कि निगम की गलती से पानी की आपूर्ति ठप हुई है। अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराना चाहिए। खोदाई के दौरान मजदूरों ने पाइप लाइन की जानकारी जूनियर इंजीनियर (जेई) को दी थी, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। जोनल प्रभारी ने बताया कि कालोनियों में टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है।
नोटिस देगा जल संस्थान
मुगल रोड में 15 मीटर की पाइप लाइन ध्वस्त हुई है। जल संस्थान नुकसान का एस्टीमेट तैयार करा रहा है। जल्द जल निगम, गंगाजल शाखा को नोटिस भेजेगा।
टेलीफोन की लाइन भी ध्वस्त
गंगाजल लाइन बिछाने के दौरान न सिर्फ पानी की पाइप लाइन टूटी है, बल्कि टेलीफोन लाइन को भी ध्वस्त कर दिया गया है। इससे कमलानगर के तीन दर्जन टेलीफोन खराब पड़े हुए हैं।
शहर के कई क्षेत्रों में जलापूर्ति गड़बड़ाई
बुधवार शाम के बाद गुरुवार सुबह भी कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई न हो सकी।
बुधवार शाम यमुना नदी के जलस्तर में तेजी से कमी आई। नदी का जलस्तर 480 फीट पर पहुंच गया। इससे पंप हांफ गए। नदी से पंप तक खोदी गई नहर में बालू भर गई। इसकी जानकारी कर्मचारियों को देरी से हुई। पानी अधिक गंदा होने के चलते उसे ट्रीट नहीं किया जा सकता था। इस पर पानी को फिर से नदी में बहा दिया गया। इसके चलते 80 एमएलडी पानी की सप्लाई हो सकी। कम पानी के चलते पीपलमंडी, कालामहल, जीवनी मंडी, गुदड़ी मंसूर खां, सिंघी गली, बेलनगंज, पथवारी, धूलियागंज, छीपीटोला और रकाबगंज सहित अन्य क्षेत्र की पानी की टंकियां नहीं भरीं। टंकियों में कम पानी होने से दर्जनभर के करीब मोहल्लों व कालोनियों में पानी की सप्लाई नहीं हो सकी। पानी न आने से परेशान लोगों ने इसकी शिकायत जल संस्थान के अधिकारियों से की। गुरुवार को जलस्तर में मामूली बढ़ोतरी हुई और यह 481 फीट पर पहुंच गया। नहर की दिनभर खोदाई कराई गई। पार्षद रवि माथुर ने बताया कि शिकायत के बाद भी जल संस्थान ने अधिक टैंकर नहीं भेजे। अधिकारियों का दावा है कि शुक्रवार सुबह पानी की सप्लाई ठीक तरीके से होगी।
ग्रीन गैस की मनमानी, जगह-जगह तोड़ी लाइन
विजय नगर व उसके आसपास के क्षेत्र में ग्रीन गैस कंपनी द्वारा पाइप्ड नेचुरल गैस की लाइन बिछाई जा रही है। लाइन बिछाने के दौरान सावधानी नहीं बरती जा रही है। इसके चलते आए दिन जल संस्थान की पानी की पाइप लाइन टूट रही है।
मजदूरों ने लाइन को ट्यूब से बांध दिया। लगातार पानी रिसने पर इसकी जानकारी लोगों को हुई। इसकी शिकायत जल संस्थान के अफसरों से की गई है। विजय नगर में जगह-जगह लाइनों में पंक्चर हो गए हैं। पानी रिसने से प्रेशर कमजोर हो रहा है। इससे लोगों को पानी मिलने में दिक्कत आ रही है। जल संस्थान के महाप्रबंधक संजीव रामचंद का कहना है कि ग्रीन गैस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
ईदगाह में रही परेशानी
ईदगाह कालोनी में गुरुवार सुबह व शाम को पानी नहीं आया। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जल संस्थान की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने 48 घंटे के भीतर पानी की सप्लाई का आश्वासन दिया। ईदगाह में पंप सेट खराब होने से सप्लाई नहीं हो पा रही है।
कई क्षेत्रों में सीवर की सफाई
आगरा : जल संस्थान की टीम ने गुरुवार दोपहर जयपुर हाउस, लोहामंडी, गुरु का ताल और ईदगाह क्षेत्र में सीवर की सफाई कराई। इन क्षेत्रों में सीवर लाइन चोक हो गई थी।