Move to Jagran APP

किचिन से गायब हाेे चली प्‍याज, सलाद तो दूर तड़के से भी बच रहे लोग Agra News

सब्जियों और सलाद की प्लेट से दूर हुई प्याज। बढ़ी कीमतों ने सिखा दिया हर फांक का इस्तेमाल। खुदरा में 100 तक पहुंचा भाव।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 09:30 AM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 09:30 AM (IST)
किचिन से गायब हाेे चली प्‍याज, सलाद तो दूर तड़के से भी बच रहे लोग Agra News
किचिन से गायब हाेे चली प्‍याज, सलाद तो दूर तड़के से भी बच रहे लोग Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। मम्मी, सलाद की प्लेट में प्याज नहीं दिख रही है? बेटा, प्याज सामने रख लो और सूंघ के ही स्वाद ले लो। प्याज की बढ़ी कीमतों ने गृहणियों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। घरवाले सलाद में प्याज मांगते हैं, महिलाएं प्याज की हर फांक का इस्तेमाल कर रही हैं। घरों में अब तो सब्जियों की रेसेपी भी बदल गई है। प्याज के बिना सब्जियां बनाई जा रही हैं। ऐसी कोई दाल नहीं बन रही, जिसमें प्याज का तड़का जरूरी हो।

loksabha election banner

प्याज पहुंची 80 के पार

इस समय प्याज की कीमतें 80 रुपये किलो को पार कर चुकी हैं। अलग-अलग क्षेत्रों के अलग-अलग भाव हैं। कहीं 80 है तो खंदारी के पास प्याज 90 रुपये किलो बिक रहा है। पॉश कॉलोनियों में यही प्याज 100 रुपये किलो भी बिक रहा है। वहीं थोक में प्याज की कीमत 60 रुपये किलो के आसपास है।

बिना प्याज की सब्जी दे रही स्वाद

महिलाएं अब ऐसी रेसिपीज ढूंढ रही हैं, जिनमें प्याज का इस्तेमाल नहीं करना पड़े। टमाटर और मलाई की ग्रेवी सब्जी को स्वाद दे रही है। ऐसी दालें और सब्जी नहीं बनाई जा रही हैं, जिनमें प्याज का इस्तेमाल होता हो। इंटरनेट से बिना प्याज की सब्जी बनाने के लिए मदद ली जा रही है।

सलाद की प्लेटों से भी हुआ गायब

पहले लंच हो या डिनर, खाने के साथ सलाद की प्लेट में प्याज तो होता ही था। लेकिन अब स्थिति यह है कि प्याज सिर्फ सूंघने को दिया जा रहा है। सलाद की प्लेट से प्याज को कुछ दिनों के लिए विदा कर दिया गया है। भगवान टॉकीज निवासी सुनीता शर्मा बताती हैं कि पहले बच्चे सलाद में प्याज लेते थे और कुछ टुकड़े यूं ही बर्बाद हो जाते थे। अब हर टुकड़े की कीमत है। मैं तो सलाद में प्याज देती ही नहीं हूं।

हर फांक का हो रहा इस्तेमाल

प्याज में बहुत ज्यादा वेस्ट निकलता है। लेकिन बढ़ी कीमतों ने महिलाओं को प्याज की कद्र करना सिखा दिया है। राजा की मंडी निवासी कामिनी सिंह कहती हैं कि अब प्याज की सिर्फ ऊपरी लेयर ही फेंकती हूं। हर फांक का इस्तेमाल करने की कोशिश करती हूं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.