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TrumpVisitIndia: स्‍वागत को तैयार ताजनगरी, स्‍कूली बच्‍चे फहराएंगे इंडो- अमेरिकी फ्लैग Agra News

खेरिया एयरपोर्ट से होटल अमर विलास तक चल रही सड़कों की धुलाई। ट्रंप के आगमन रूट पर सड़क किनारे खड़े होंगे कतारबद्ध बच्‍चे।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 23 Feb 2020 01:19 PM (IST)Updated: Sun, 23 Feb 2020 01:19 PM (IST)
TrumpVisitIndia: स्‍वागत को तैयार ताजनगरी, स्‍कूली बच्‍चे फहराएंगे इंडो- अमेरिकी फ्लैग Agra News
TrumpVisitIndia: स्‍वागत को तैयार ताजनगरी, स्‍कूली बच्‍चे फहराएंगे इंडो- अमेरिकी फ्लैग Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के आगमन के देखते हुए रविवार सुबह से ही खेरिया एयरपोर्ट से लेकर होटल अमर विलास तक रोड की धुलाई का कार्य चल रहा है। इसके लिए नगर निगम द्वारा 200 कर्मचारियों को लगाया गया है। यह सफाई कर्मचारी लगातार रोड की धुलाई कर रहे हैं। शनिवार को प्रशासन, शिक्षा विभाग और स्कूल संचालकों की बैठक में इस रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया गया। कतारबद्ध स्‍कूली बच्‍चे अमेरिकी राष्‍ट्रपति का स्‍वागम इंडो- अमेरिकी झंडे लहराकर करेंगे।

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दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत को लेकर बनाई गई रूपरेखा जब 24 फरवरी को मूर्त रूप लेगी तो नजारा बेहद आकर्षक होगा। सड़क किनारे कतारबद्ध खड़े स्कूली बच्चे एक हाथ में भारत और दूसरे हाथ में अमेरिकी ध्वज फहराकर ट्रंप अंकल को दोनों देशों की दोस्ती का संदेश दे रहे होंगे।

24 फरवरी को दोपहर साढ़े चार बजे एयरपोर्ट पर आने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ताजमहल तक सड़क मार्ग से जाएंगे। इस रूट पर उनके स्वागत की भव्य तैयारियां की गई हैं। इसके तहत स्कूली बच्चे भी रूट किनारे खड़े होकर ट्रंप का स्वागत करेंगे। ये बच्चे तीन बजे तक अपने निर्धारित प्वाइंट पर पहुंच जाएंगे। प्वाइंट पर ही हर बच्चे को भारत और अमेरिकी ध्वज दिया जाएगा। ट्रंप का काफिला जब गुजरेगा तो बच्चे ये दोनों ध्वज फहराकर ट्रंप का अभिवादन करेंगे। ट्रंप की वापसी के दौरान ये बच्चे सड़क के दूसरे किनारे आकर खड़े हो जाएंगे। ऐसे में बच्चे करीब साढ़े तीन घंटे तक रुके रहेंगे।

यूनिफॉर्म में पहुंचेंगे छात्र

शनिवार को कलक्ट्रेट में बैठक में एएसपी सौरभ दीक्षित ने बच्चों को स्कूल यूनिफॉर्म में लाने की बात कही। एडीएम (सिविल सप्लाई) मदन चंद ने सिविल ड्रेस का तर्क दिया ताकि लगे कि आम बच्चों की भी सहभागिता है। इस पर स्कूल संचालकों ने आपत्ति जताई कि सिविल ड्रेस में अपने बच्चे तलाशना मुश्किल होगा। इसके बाद यूनीफॉर्म में ही बच्चे बुलाना तय हुआ।

इनको सौंपी जिम्मेदारी

- माध्यमिक शिक्षा विभाग सरकारी, सहायता प्राप्त, वित्तविहीन और पब्लिक स्कूलों से सात हजार बच्चे जुटाएगा।

-बेसिक शिक्षा विभाग परिषदीय व कॉन्वेंट स्कूलों के कक्षा छह, सात व आठ कक्षा तक के चार हजार बच्चे बुलाएगा। डायट प्रशिक्षुओं को भी बुलाया गया है।

-स्काउट-गाइड, एनएसएस और एनसीसी के 500-500 कैडेट भी शामिल होंगे।

-इस आयोजन में करीब 11 हजार स्कूली बच्चे शामिल होंगे।

यह दिए निर्देश

- बच्चों को समझाया जाए कि ध्वज का अपमान न होने पाए।

- काफिला या सड़क पर कोई वस्तु न फेंके।

- काफिले की फोटोग्र्राफी या वीडियोग्र्राफी न करें।

- हर बच्चे के पास स्कूल आइकार्ड हो। उनके पास अभिभावक का मोबाइल नंबर भी हो।

- स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी है कि बच्चों को तय स्थान पर उतार कर वाहन पार्किंग में खड़ा कराए।

- बच्चे पानी या कोई खाद्य सामग्र्री न लाएं।

आयोजन के लिए स्कूलों को जिम्मेदारी सौंप दी है, सभी को निर्देशानुसार पहुंचकर स्वागत कार्यक्रम सफल बनाना है।

रवींद्र सिंह, डीआइओएस।


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