पुलिस का खेल, लूट की दाखिल दफ्तर फाइलों में फंस गए आठ विवेचक
स्पेशल रिपोर्ट केसों की समीक्षा में चौंकाने वाले मामले। लूटी गईं चेन बेच दीं राहगीरों को आरोपितों से बरामद हुए चंद रुपये।
आगरा, यशपाल चौहान। एसएसपी अमित पाठक ने स्पेशल रिपोर्ट(एसआर) मामलों की दाखिल दफ्तर हुईं फाइलों के पन्ने पलटे तो दंग रह गए। लूट की घटनाओं के पर्दाफाश में विवेचकों की खूब बाजीगरी दिखाई। चेन लूट के मामले में चेन बरामदगी और शिनाख्त कार्यवाही बगैर ही चार्जशीट लगा दी। चौंकाने वाली बात ये रही कि लूटी गई चेन राहगीरों को बेच दी गई और आरोपितों से नाममात्र की रकम बरामदगी दर्शाकर 'गुडवर्कÓ पर अपनी पीठ थपथपा ली। एसएसपी ने ऐसे आठ मामलों की प्रारंभिक जांच बैठा दी है।
केस- एक
एत्माद्दौला क्षेत्र में 19 मार्च 2018 को एक महिला से बाइक सवारों ने चेन लूट ली। 11 जुलाई 2018 को पुलिस ने फीरोजाबाद के रामगढ़ निवासी चमन को दबोच घटना का पर्दाफाश कर दिया। 15 हजार की सोने की चेन लुटने पर पुलिस ने 1500 रुपये बरामद दर्शाए। विवेचक संजय शर्मा ने अभियुक्त की कार्यवाही शिनाख्त किए बिना 25 जुलाई को चार्जशीट लगा दी।
जांच: एसएसपी ने प्रारंभिक जांच सीओ एत्मादपुर को दी है।
केस- दो
24 मई 2018 को एत्माद्दौला क्षेत्र में एक महिला के गले से बाइक सवारों ने चेन लूट ली। चार जून 2018 को न्यू आगरा में राजू निवासी नगला मोहनलाल एत्माद्दौला को पकड़ा गया। राजू ने 12 हजार रुपये में किसी राहगीर को चेन बेचना बताया, जिसमें से पुलिस केवल 2050 रुपये बरामद दर्शाए। विवेचक अश्वनी कुमार ने उसे रिमांड पर लेकर बरामदगी के प्रयास नहीं किए। दूसरे विवेचक अवधेश पुरोहित ने भी बिना बरामदगी 13 जून 2018 को चार्जशीट लगा दी।
जांच: एसएसपी ने सीओ एत्मादपुर को प्रारंभिक जांच सौंपी है।
केस- तीन
सदर क्षेत्र में 2 अप्रैल 2018 को बाइक सवार दो युवकों ने महिला के गले से सोने की चेन लूट ली। आठ अगस्त 2018 को लोहामंडी थाने में गिरफ्तार हुए राजा और दीपक पर पुलिस ने इस लूट का इकबाल थोप दिया। इसमें भी चेन 20 हजार रुपये में राहगीर को बेचना बताकर पूरी रकम खर्च दर्शा दी गई। विवेचक अरुण कुमार ने लूटी चेन और लुटेरों की बाइक बरामदगी के प्रयास नहीं किए गए। विवेचक के स्थानांतरण पर दूसरे विवेचक अमित प्रसाद ने भी बरामदगी नहीं की।
जांच: एसएसपी ने दोनों विवेचकों की प्रारंभिक जांच सीओ लोहामंडी को दी है।
केस-चार
सदर क्षेत्र में 15 जुलाई 2018 को महिला के गले से सोने की चेन लूट ली। एक सितंबर 2018 को फुरकान और हासिम को गिरफ्तार कर उनसे 1900 रुपये बरामद कर लिए। अभियुक्तों के कथन के आधार पर दावा किया कि उन्होंने 8500 रुपये में चेन किसी राहगीर को बेची थी। विवेचक सुखवीर सिंह ने चेन बरामद किए बिना दोनों के खिलाफ पांच सितंबर को चार्जशीट लगा दी।
जांच: एसएसपी ने इसकी प्रारंभिक जांच एसपी सिटी को दी है।
जिले में 450 एसआर केस
शासनादेश के मुताबिक, एक लाख से अधिक की चोरी, लूट, हत्या, डकैती और दुष्कर्म एसआर (स्पेशल रिपोर्ट) केस की श्रेणी में हैं। इनकी हर 14 दिन में प्रगति आख्या डीजीपी तक जाती है। एसएसपी अमित पाठक ने निगरानी के लिए ऐसे मामलों के साथ छोटी से छोटी लूट की भी अपने यहां एसआर फाइल बनवा रखी हैं। ऐसी ही 450 फाइलों की अब समीक्षा की जा रही है।
राहगीर को चेन क्यों बेचते हैं लुटेरे
लूटी गई चेन राहगीर को बेचना इसलिए दर्शाया जाता है कि वह राहगीर कभी मिलेगा नहीं। वादी भी यह नहीं कह सकेगा कि घटना खुली नहीं। भले ही उसे लुटी चेन न मिले।
रबर स्टांप हैं अधिकारी?
एसआर केस की विवेचना पर विवेचक के साथ-साथ इंस्पेक्टर, सीओ, एडीशनल एसपी और एसपी क्राइम भी निगरानी करते हैं। रिपोर्ट पर इनके हस्ताक्षर भी होते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि क्या वे केवल रबर स्टांप हैं।
होगी विभागीय कार्रवाई
लूट की जिन विवेचनाओं में गड़बड़ी पाई जा रही हैं, उनमें विवेचक की प्रारंभिक जांच शुरू करा दी हैं। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
अमित पाठक, एसएसपी
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