Move to Jagran APP

Raid on Hospital: 100 रुपये का इंजेक्शन 500 में, एक्शन में आया स्वास्थ्य विभाग, प्रभा हॉस्पिटल पर छापा

Raid on Hospital आगरा के प्रभा हास्पिटल में बिना लाइसेंस के चलता मिला मेडिकल स्टोर। 20 हजार की दवाएं जब्त। दर्ज कराया जाएगा मुकदमा। एंटीबायोटिक हीमोग्लोबिन बढ़ाने के इंजेक्शन सहित प्रसव के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाएं मिलीं।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 06:04 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 06:04 PM (IST)
Raid on Hospital: 100 रुपये का इंजेक्शन 500 में, एक्शन में आया स्वास्थ्य विभाग, प्रभा हॉस्पिटल पर छापा
मंगलवार को औषधि विभाग की टीम ने छापा मारा।

आगरा, जागरण संवाददाता। हॉस्पिटल में बिना लाइसेंस के चल रहे मेडिकल स्टोर से 100 रुपये का इंजेक्शन 500 रुपये में बेचने पर मंगलवार को औषधि विभाग की टीम ने छापा मारा। यहां से 20 हजार रुपये की दवाएं जब्त की हैं। हास्पिटल संचालक को नोटिस दिया है, लाइसेंस और बिल उपलब्ध ना कराने पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। जागरण में छह सितंबर के अंक में 12 रुपये का ड्रिप सेट 138 रुपये में, कॉटन ढाई गुना महंगी और 21 सितंबर के अंक में निजी अस्पतालों में मरीजों से लूट, बाहर से दवाएं लाने पर रोक खबर प्रकाशित की थी। औषधि निरीक्षक राजकुमार शर्मा ने बताया कि हास्पिटल में भर्ती मरीज के तीमारदार द्वारा 100 रुपये के इंजेक्शन को 500 रुपये में बेचने की शिकायत पर प्रज्ञा हास्पिटल बोदला सिकंदरा रोड पर छापा मारा। यहां प्रथम तल पर मेडिकल स्टोर मिला, मेडिकल स्टोर पर कोई नाम नहीं था। हास्पिटल संचालक राहुल पाल मेडिकल स्टोर का लाइसेंस नहीं दिखा सके। दवाओं के बिल नहीं दिए जा रहे थे, मेडिकल स्टोर से एंटीबायोटिक इंजेक्शन, हीमोग्लोबिन का स्तर बढाने के इंजेक्शन सहित प्रसव कराने के लिए इस्तेमाल होने वालीं करीब 20 हजार की दवाएं मिलीं। इन्हें दो बोरे में भरकर जब्त कर लिया गया है। हास्पिटल संचालक को नोटिस दिया है, लाइसेंस और दवाओं का बिल ना दिखाने पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। दवाओं के नहीं लिए सैंपल, कैसे होगी जांच औषधि विभाग की टीम मेडिकल स्टोर पर छापे के बाद दवाओं के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजती है। मगर, यहां दवाएं जब्त करने के बाद दवाओं के सैंपल नहीं लिए गए। हास्पिटल में बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर, रेट में मनमानी स्वास्थ्य विभाग में 450 हास्पिटल पंजीक्रत हैं, इनमें से तमाम अस्पतालों में बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर चल रहे हैं। इन अस्पतालों में एमआरपी पर सर्जिकल आइटम अज्ञैर इंजेक्शन दिए जा रहे हैं, जब​कि बाजार में यह 20 से 40 फीसद तक कम रेट पर उपलब्ध हैं।

loksabha election banner

दवाओं के 10 फीसद तक बढ़े रेट

कोरोना संक्रमण में पिछले दो महीने में दवाओं के रेट 10 फीसद तक बढ गए हैं, सर्दी जुकाम से लेकर सामान्य बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के रेट लगातार बढ रहे हैं। वहीं, होम्योपैथी और आयुर्वेदिक दवाओं के रेट भी बढ़ गए हैं। दो महीने में दवाओं के रेट बढ़ेदर्द निवारण की दवा वोवरान एसआर 148 से बढ़कर 163 रुपये सर्दी जुकाम की दवा सिनारेस्ट 49 रुपये से बढ़कर 55 75 रुपये पेट के इन्फेक्शन की दवा मेट्रोजिल 400 15 रुपये से बढ़कर 21 रुपये हीमोग्लोबिन बढाने का कैप्सूल आरबी टोन 63 रुपये से बढ़कर 70 रुपये यूरिन इन्फेक्शन अल्कासोल सीरप 91 रुपसे बढ़कर 104 होम्योपैथिक दवाओं के भी बढ़े रेट एक से 28 नंबर तक की दवाएं 50 रुपये से बढ़कर 90 रुपये आयुर्वेदिक कफ सीरप के रेट 10 फीसद तक बढ़े थोक रेट एमआरपी मेडिकल स्टोर के रेटसेफट्राइएक्जोन इंजेक्शन 1 ग्राम 28 रुपये 56 रुपये 48 से 50 रुपयेपेंटापेराजोल इंजेक्शन 25 से 30 रुपये 48 से 60 रुपये 35 से 40 रुपयेइंट्रा कैथ 15 से 25 रुपये, 145 से 150 रुपये 40 से 50 रुपयेपीडियासेट 40 से 45 रुपये 190 से 220 रुपये 70 से 80 रुपयेकॉटन 500 ग्राम 80 से 100 रुपये 250 से 280 रुपये 140 से 150 रुपये।

नशे के लिए सप्लाई किए गए कफ सीरप में नहीं हुई कार्रवाई

सिकंदरा से बडी मात्रा में कफ सीरप को नशे के​ लिए ट्रक में रखकर भेजा गया था, 15 अगस्त को आजमगढ में कफ सीरप पकडे गए। ये कफ सीरप किसने भेजे थे, इस मामले में स्थानीय औषधि विभाग की टीम ने कोई कार्रवाई नहीं की है। औषधि निरीक्षक पर रिश्वत के आरोप में नहीं हुई कार्रवाई औषधि निरीक्षक राजकुमार शर्मा पर 35 लाख रिश्वत लेने के आरोप लगे थे, इस मामले में आडियो भी वायरल हुआ था। अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। जिला आगरा केमिस्ट एसोसिएशन द्वारा कार्रवाई की मांग की जा रही है।

दो से तीन महीने में दवाओं के रेट 5 से 10 फीसद तक बढ़ रहे हैं, सामान्य बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली एलोपैथिक, होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक दवाओं के रेट भी बढ़ गए हैं।

आशीष ब्रह्रमभटट, जिलाध्यक्ष आगरा रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन

हास्पिटल में बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर चल रहे हैं, यहां मनमाने रेट पर दवाएं मरीजों को दी जा रही हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई की लगातार मांग की जा रही है।

आशु शर्मा, जिलाध्यक्ष जिला आगरा केमिस्ट एसोसिएशन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.