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प्राइवेट प्रैक्टिस पर रद होगा डॉक्टरों का पंजीकरण

आगरा: स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनका मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) का पंजीकरण भी निरस्त कराया जाएगा। उधर, जिला अस्पताल में बाहर से दवाएं मंगाने और इलाज में लापरवाही की शिकायत कर महिला मरीजों व तीमारदारों ने उन्हें घेर लिया। मंत्री के निर्देश पर एक महिला चिकित्सक को निलंबित कर दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Sep 2017 01:26 AM (IST)Updated: Sat, 02 Sep 2017 01:26 AM (IST)
प्राइवेट प्रैक्टिस पर रद होगा डॉक्टरों का पंजीकरण
प्राइवेट प्रैक्टिस पर रद होगा डॉक्टरों का पंजीकरण

जागरण संवाददाता, आगरा: स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनका मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) का पंजीकरण भी निरस्त कराया जाएगा। उधर, जिला अस्पताल में बाहर से दवाएं मंगाने और इलाज में लापरवाही की शिकायत कर महिला मरीजों व तीमारदारों ने उन्हें घेर लिया। मंत्री के निर्देश पर एक महिला चिकित्सक को निलंबित कर दिया गया।

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जिला अस्पताल में शुक्रवार दोपहर इमरजेंसी, ओपीडी और महिला वार्ड का निरीक्षण कर स्वास्थ्य मंत्री अपनी गाड़ी की ओर जाने लगे। यहां महिला मरीज पर्चे लेकर खड़ी थीं, उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को घेर लिया। कहरई मोड निवासी गुड्डी ने दो बार अल्ट्रासाउंड के बाद भी बेटी कंचन की तबियत में सुधार न होने और पति राकेश की दवाएं बाजार से मंगाने की शिकायत की। कई और महिला मरीज छोटे पर्चे लेकर आ गई, जिन पर बाजार की दवाएं लिखी थीं। मंत्री ने अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. एके मित्तल, सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स, सीएमएस डॉ. सुबोध कुमार को फटकार लगाई और मामले की जांच कर एक घंटे में रिपोर्ट देने को कहा। कुछ मरीजों ने अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन न होने की शिकायत की।

इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने सर्किट हाउस में आगरा मंडल के सभी सीएमओ और सीएमएस के साथ समीक्षा बैठक की। सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर प्रारंभिक जांच में बाजार से दवाएं लिखने और इलाज में लापरवाही पर पोस्ट पार्टम सेंटर (पीपीसी) प्रभारी डॉ. मिथलेश मौर्य को जांच पूरी होने तक सस्पेंड कर दिया गया है।

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प्राइवेट प्रैक्टिस करने पर एमसीआइ से पंजीकरण होगा निरस्त

स्वास्थ्य मंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनका मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसआइ) का पंजीकरण भी निरस्त कराया जाएगा। सीएमओ से डॉक्टरों के रिक्त पदों के लिए वॉक इन इंटरव्यू कराने और आउट सोर्सिग से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रखने को कहा है। फर्जी ब्लड बैंक के खिलाफ कार्रवाई करने और स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशासनिक दायित्वों निभाने के निर्देश दिए। साथ ही निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर से अनुबंध कर मरीजों को सुविधा देने, मृत्यु के बाद शव वाहन से शव भेजने की हिदायत दी। ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा शिविर लगाने, स्वाइन फ्लू के लिए जागरुकता अभियान, एएनएम और आशा कार्यकर्ता के जरिए स्वास्थ्य योजनाओं के प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए। बैठक में डॉक्टरों, दवा और ऑक्सीजन की उपलब्धता की जानकारी ली।

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सिस्टम पटरी पर आने में लगेंगे आठ महीने

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सीएमओ, सीएमएस के तबादलों में पैसे लिए जाते थे, यह अब समाप्त हो रहा है। सिस्टम पटरी पर लौटने में आठ महीने लगेंगे। एंटी रैबीज वैक्सीन की किल्लत पर कहा कि वैक्सीन के उत्पादन में समस्या आ रही है, एक सप्ताह में एक लाख वैक्सीन आ जाएंगी। जिला अस्पतालों की मॉनीट¨रग शुरू की जा रही है।

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