Target: आंदोलन और इंटरनेट ले डूबा Power Corporation की 'आसान किश्त' Agra News
दक्षिणांचल की योजना का एक दिन बाकी बिजली विभाग लक्ष्य से काफी दूर। कैंप और बिजलीघरों पर कम पहुंचे उपभोक्ता।
आगरा, जागरण संवाददाता। एक दिन बाकी है और आसान किश्त योजना लक्ष्य से कोसों दूर। इसको छूने के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों का कड़ाके की सर्दी में भी पसीना छूट रहा है। देखा जाए तो योजना के लक्ष्य को विभागीय अधिकारियों का आंदोलन और इंटरनेट की बंदी ले डूबी।
बिजली विभाग की आसान किश्त योजना की अंतिम तिथि 31 दिसंबर है। आज अंतिम दिन है और उपभोक्ताओं के पंजीकरण बहुत कम हुए हैं। यही कारण है कि योजना लक्ष्य से काफी दूर है। डीवीवीएनएल (दक्षिणांचल) में महज 4.86 फीसद पंजीकरण हुए हैं। आगरा जोन प्रथम में छह लाख से ज्यादा और द्वितीय में पांच लाख से ज्यादा का लक्ष्य है। दोनों जोन में एक लाख उपभोक्ताओं ने भी पंजीकरण नहीं कराया है।
नौ दिन आंदोलन से प्रभावित
पीएफ घोटाले के विरोध में बिजली अधिकारियों और कर्मचारियों का 19 नंबर तक आंदोलन चला है। इस कारण नौ दिन योजना प्रभावित रही हैं। इसके अलावा दिसंबर में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के चलते इंटरनेट बंद रहा। इससे भी चार दिन योजना प्रभावित रही।
ये है योजना
आसान किश्त योजना 11 नवंबर से 31 दिसंबर तक लागू हुई है। इसमें एक से चार किलोवाट तक घरेलू उपभोक्ता अपना बिजली का बकाया जमा कर सकते हैं। शहरी क्षेत्र के उपभोक्ता पंजीकरण के पश्चात 12 किश्तों में अपना बकाया जमा कर सकते हैं और ग्र्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता 24 किश्तों में बिजली का बकाया जमा कर सकते हैं। इसमें पंजीकरण के लिए उपभोक्ता को अपनी बकाया मूलधन राशि का पांच फीसद या 1500 रुपये जमा करने होंगे। इसके अलावा वर्तमान माह का बिल भी जमा करना जरूरी है।
जोन, बिलिंग उपभोक्ता, पंजीकरण, बिल की राशि
आगरा प्रथम, 625600, 46826, 13.63
आगरा द्वितीय, 545240, 36459, 5.40
अलीगढ़, 883828, 49379, 3.73
बांदा, 587544, 17584, 2.72
झांसी, 445691, 16055, 4.99
कानपुर, 1158913, 40139, 13.07
डीवीवीएनएल में कुल उपभोक्ता, 4246516, 206442, 43.55
(राशि करोड़ में)