Move to Jagran APP

Potato Farming: बढ़ सकते हैं 'राजा' के दाम, बारिश न होने से आलू की बुवाई प्रभावित

Potato Farming फसलों की लागत बढऩे से किसान परेशान। खरीदना पड़ रहा है महंगा खाद और बीज। इस साल सितंबर में बारिश नहीं हुई इस कारण खेतों में नमी कम हो गई। पलिया प्रतापपुरा लालपुर बिहारी निबोहरा में अगेती आलू की बुवाई अक्टूबर माह की शुरुआत में होती है।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 03:21 PM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 03:21 PM (IST)
Potato Farming: बढ़ सकते हैं 'राजा' के दाम, बारिश न होने से आलू की बुवाई प्रभावित
इस साल सितंबर में बारिश नहीं हुई, इस कारण खेतों में नमी कम हो गई।

आगरा, जागरण संवाददाता। बरसात न होने से आलू की अगैती की बुवाई प्रभावित हो गई है। जमीन में नमी न होने के कारण खेतों की पलेवट करने से फसलों की लागत बढ़ गई है, जिसके कारण किसान परेशान है। इसके अलावा किसानों को महंगा बीच भी खदीदना पड़ रहा है, हालांकि अगले वर्ष अच्छा दाम मिलने की उम्मीद में आलू की फसल की ज्यादा बुवाई हो रही है। इस साल सितंबर में बारिश नहीं हुई, इस कारण खेतों में नमी कम हो गई। पलिया, प्रतापपुरा, लालपुर, बिहारी, निबोहरा, रामपुर, डंडनिया पुरा, जगराजपुर, महाराजपुर, धिमश्री, बडोवराकलां, लहरा, लखुरानी में अगेती आलू की बुवाई अक्टूबर माह की शुरुआत में होती है।

loksabha election banner

आलू के अधिक उत्पादन के लिए खेत बारिस के दिनों में खेत खाली रखते हैं। बरसात में कई बार खेतों की जुताई करते हैं। इस बार बरसात कम होने से आलू का उत्पादन भी कम होने की आशंका है।

नंदकिशोर, किसान, नेहरे का पुरा

पलेवट करने से अगैती व पिछैती की आलू की बुवाई एक साथ होगी। खेती में नमी न होने से सरसों व आलू की बुवाई प्रभावित हो रही है। पलेवट की लागत बढऩे से किसान परेशान हैं।

मनोज कौशिक, किसान, रामपुर

ब्लाक स्तर पर खोले जाएं बाजरा खरीद केंद्र

भारतीय किसान संघ के प्रांतीय अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने मंगलवार को किरावली तहसील के गांव मांकरौल गूजर, अकबरा में चौपाल लगाकर किसानों की समस्या सुनीं। किसानों ने कहा कि जिले में ब्लाक स्तर पर बाजरा खरीद केंद्र खुलवाए जाएं, जिससे फसल का उचित मूल्य मिल सके। चाहर ने कहा कि किसानों की समस्याओं से डीएम को अवगत करा कर समाधान की मांग करेंगे। उन्होंने कहा बैंक किसानों को धोखा दे रही है। किसानों को बुवाई के लिए ऋण नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में किसान साहूकारों से कर्ज लेने को मजबूर हैं। जलसिंह, राजपाल सिंह, जुगेंद्र सिंह, नत्थी सिंह, देवू, गुलाब सिंह आदि मौजूद रहे। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.