Positive News: राहत की है खबर, अब Private Hospital भी संभालेंगे कमान, नयति और मूलचंद हॉस्पीटल को मिली ये जिम्मेदारी
निजी अस्पतालों की ओपीडी खुलेंगी दो अस्पताल क्वारंटाइन सेंटर। क्लीनिक और अस्पताल में शारीरिक दूरी का करना होगा पालन।
आगरा, जागरण संवाददाता। निजी अस्पताल और क्लीनिक में डॉक्टर ओपीडी में मरीज देखेंगे। मगर, एक मीटर की शारीरिक दूरी का ध्यान रखना होगा। साथ ही क्लीनिक और मरीजों को भी सेनेटाइज किया जाएगा। वहीं, दो निजी अस्पतालों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के कारण अन्य बीमारियों के मरीज परेशान हैं। परेशानी होने पर न डॉक्टर िमिल रहे हैं और न ही उनका उचित परामर्श ही। जो मरीज डॉक्टर के पास जाकर अपनी परेशानी बताकर ही संतुष्ट होते थे उन्हें फोन पर लगने वाली ओपीडी समझ नहींं आ रही। लॉकडाउन के बाद निजी चिकित्सकों ने ओपीडी बंद कर दी हैं, इमरजेंसी मरीज ही देखे जा रहे हैं। वहीं, एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल की ओपीडी बंद हैं। इससे मरीज परेशान हो रहे हैं। आइएमए, आगरा ने परामर्श के लिए वाटस एप नंबर जारी किया था। वहीं, निजी चिकित्सकों ने फोन पर परामर्श देने के लिए नंबर जारी किए थे। सीएमओ डॉ मुकेश वत्स ने बताया कि मरीजों को परेशानी ना हो इसके लिए निजी चिकित्सक ओपीडी में मरीज देख सकते हैं। हॉस्पिटल के साथ ही अन्य चिकित्सकीय सुविधाएं भी शुरू करने के लिए कहा गया है। मगर, इसके लिए एक मीटर की शारीरिक दूरी, हॉस्पिटल, क्लीनिक को सेनेटाइज कराने के साथ मरीज के हाथ भी सेनेटाइज कराए जाएं। हॉस्पिटल में बेड के बीच में एक मीटर की दूरी और हर रोज सेनेटाइज कराना होगा। मास्क का भी इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही चिकित्सक लोगों को भी शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक करेंगे। उधर, मस्जिदों से 100 से अधिक जमाती मिलने के बाद निजी अस्पतालों को भी क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है। इसके लिए मूलचंद हॉस्पिटल, रुनकता के 107 कमरे और नयति हॉस्पिटल के 60 कमरों को क्वारंटाइन सेंटर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। प्रशासन का कहना है कि यदि जरूरत पड़ी तो और हॉस्पीटल संचालकों से बात की जाएगी।