चंबल नदी पर नहीं बना पांटून पुल, कैसे जाएंगे उस पार, मुश्किल में दो राज्यों के लोग
चंबल पर पांटून पुल न बनने से मप्र जाने के लिए वाहनों को आगरा-मुंबई हाईवे होकर जाना पड़ रहा है। इससे करीब 100 किमी की दूरी अतिरिक्त तय करनी पड़ रही है।
आगरा, [जेएनएन]: उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश को जोडऩे के लिए पिनाहट के उसैद घाट पर पांटून पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। इसकी अंतिम तिथि 15 अक्टूबर थी। इस पुल के जरिए छोटे से लेकर बड़े वाहनों का एक-दूसरे राज्यों में आवागमन होता है। पुल न बनने से हर रोज हजारों की संख्या में लोग स्टीमर से नदी पार करने को मजबूर हैं। इसके एवज में संचालक यात्रियों से बीस से 25 रुपये ले रहे हैं। जबकि प्रदेश सरकार ने घोषणा कर रखी थी कि यात्रियों को निश्शुल्क नदी से पार कराया जाए।
हर साल लोक निर्माण विभाग 15 अक्टूबर को चंबल नदी पर पांटून पुल का संचालन शुरू करा देता था। इस साल अभी तक कार्य ही शुरू नहीं हुआ है। उसैद घाट पर नियम के मुताबिक 15 अक्टूबर तक पीपों का पुल बन कर तैयार होना चाहिए। पुल निर्माण न होने के कारण मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के लोगों को 100 किमी का अधिक चक्कर काटना पड़ रहा है। दरअसल मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के अंबाह, पोरसा और भिंड जाने वाले लोगों के लिए दूरी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। पिनाहट के पास चंबल पार करने पर दूरी और समय, दोनों की ही बचत होती है। ग्रामीणों ने इस संबंध में एसडीएम को भी प्रार्थना पत्र दिया है कि पुल का निर्माण जल्द कराया जाए।