Pollution Alert: आगरा की फिजां में फिर घुलने लगा प्रदूषण का जहर, ये हालात बन रहे कारण
Pollution Alert रविवार को बारिश के बाद वायु गुणवत्ता में हुआ था सुधार। अति सूक्ष्म कणों की मात्रा में वृद्धि के चलते बढ़ा है प्रदूषण। यहां लगातार चार दिनों (सात से 10 नवंबर) तक वायु गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में दर्ज की गई थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा की फिजां में वायु प्रदूषण का जहर फिर घुलने लगा है। रविवार को हुई बारिश से स्थिति में कुछ सुधार हुआ था, लेकिन चार दिन में ही आगरा एक बार फिर गैस चैंबर बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यहां वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए अति सूक्ष्म कण (पीएम2.5) जिम्मेदार बने हुए हैं।
दीपावली से पूर्व आगरा क्लाइमेट चेंज और हवा नहीं चलने की वजह से गैस चैंबर बन गई थी। यहां लगातार चार दिनों (सात से 10 नवंबर) तक वायु गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में दर्ज की गई थी। नौ नवंबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स सीजन के अधिकतम स्तर 474 तक पहुंच गया था। दीपावली (शनिवार) पर आतिशबाजी का जहर हवा में जरूर घुला, लेकिन उसके अगले दिन रविवार शाम हुई बारिश ने हवा में घुले प्रदूषक तत्वों की मात्रा को कम कर दिया था। इसके चलते छह अक्टूबर के बाद 40 दिनों के अंतराल पर वायु गुणवत्ता मध्यम स्थिति में पहुंच गई थी। दो दिन वायु गुणवत्ता मध्यम और दो दिन खराब स्थिति में रही। शुक्रवार को वायु गुणवत्ता फिर बहुत खराब स्थिति में पहुंच गई।
वायु प्रदूषण के यह हैं कारण
-सर्दी बढ़ने के साथ सड़क किनारे गुजर-बसर करने वालों ने अलाव या कूड़ा-करकट जलाना शुरू कर दिया है।
-शहर में चारों ओर चल रहे सरकारी निर्माण कार्यों में मानकाें का पालन नहीं होने से धूल उड़ रही है।
-यातायात के डायवर्जन के चलते अन्य मार्गों पर जाम लग रहा है, जिससे वाहन उत्सर्जित प्रदूषण बढ़ रहा है।
-सड़कों की उचति सफाई नहीं होने से वाहन गुजरते ही धूल कण उड़ने लगते हैं।
कब कितना रहा एक्यूआइ
दिन, एक्यूआइ, वायु गुणवत्ता, प्रदूषक तत्व
शनिवार, 319, बहुत खराब, अति सूक्ष्म कण
रविवार, 347, बहुत खराब, अति सूक्ष्म कण
सोमवार, 148, मध्यम, अति सूक्ष्म कण
मंगलवार, 141, मध्यम, अति सूक्ष्म कण
बुधवार, 218, खराब, अति सूक्ष्म कण
गुरुवार, 253, खराब, अति सूक्ष्म कण
शुक्रवार, 302, बहुत खराब, अति सूक्ष्म कण