ABVP राष्ट्रीय अधिवेशन में बाेले छात्र, राजनीति को आगे बढ़ाने को हर साल चुनाव जरूरी Agra News
अभाविप के अधिवेशन में आए कार्यकर्ता भी सक्रिय छात्र राजनीति में शामिल होना चाहते हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। छात्र संगठन से जुड़े हर विद्यार्थी की इच्छा होती है कि वह छात्र राजनीति करे। मगर, अधिकांश विश्वविद्यालयों में समय पर चुनाव न होने के चलते अधिकांश छात्र अपनी राजनीतिक पारी शुरू नहीं कर पाते हैं। अभाविप के अधिवेशन में आए कार्यकर्ता भी सक्रिय छात्र राजनीति में शामिल होना चाहते हैं। ऐसे में वे चाहते हैं कि हर साल विश्वविद्यालयों में चुनाव होने चाहिए। इसके अलावा विवि के पाठ्यक्रम में बदलाव की मांग भी उठी।
युवाओं पर हर किसी का ध्यान है। हर पार्टी ज्यादा से ज्यादा युवाओं को अपने पक्ष में करना चाहती है। ऐसे में युवा भी चाहते हैं कि जो पार्टी सत्ता में हो वो छात्रों को छात्र राजनीति करने का अवसर प्रदान करे। महाराष्ट्र से आई गार्गी का मानना है कि राजनीति में अच्छे लोग पहुंचें, इसके लिए छात्र राजनीति की अहम भूमिका होती है। विश्वविद्यालयों में हर साल सत्र की शुरुआत में चुनाव होने चाहिए। छात्रों की समस्या उठाने वाला नेतृत्व होना चाहिए। उनकी साथी गायत्री धर्मे भी छात्र राजनीति के लिए हर साल सही समय पर चुनाव के पक्ष में हैं। उनका कहना है कि छात्रों की समस्याओं को उठाने वाला कोई नहीं होता। कई सालों से पाठ्यक्रम में बदलाव, फीस कम करने की मांग उठ रही हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं। छात्रों का प्रतिनिधि होगा तो आवाज उठाएगा।
जम्मू कश्मीर के ऊधमपुर नगर से आए प्रदीप सिंह का मानना है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने से युवाओं को कई अवसर मिलेंगे। नए विवि खुलेंगे तो छात्र राजनीति का अवसर भी मिलेगा। कॉलेजों में चुनाव होने चाहिए। हिमाचल प्रदेश से आई अदिति वर्मा ने कहा कि छात्र राजनीति से ही भविष्य के नेता निकलते हैं। कैंपस में चुनाव होने चाहिए, जिससे छात्र नेता बन सकें।