थाने-चौकी में खाकी के काम का होगा ऑडिट, रखी जाएगी परी नजर
- नियमित मॉनीट¨रग न होने के कारण निचले स्तर पर नहीं सुधर रहे हालात -कार्रवाई के साथ अब एसएसपी का मॉनीट¨रग सिस्टम मजबूत करने पर जोर
आगरा, जागरण संवाददाता। भ्रष्टाचार के आरोपों में सौ से अधिक पुलिसकर्मी निलंबित हुए। अतिक्रमण और ओपन बार के मामले में दो चौकियों का पूरा स्टाफ लाइन हाजिर हो गया। मगर, निचले स्तर पर सौ फीसद सुधार नहीं हो रहा। इससे चिंतित एसएसपी अमित पाठक अब थाने चौकी में पुलिसकर्मियों के काम का ऑडिट कराएंगे। इसमें फिट न बैठने वालों को पहले से ही लाइन का रास्ता दिखाया जाएगा।
बिजली घर चौराहे पर अतिक्रमण के चलते 13 नवंबर को एसएसपी अमित पाठक ने चौकी इंचार्ज फोर्ट समेत 17 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया था। उन्होंने कहा था कि सौ फीसद काम चाहिए। जरूरत पड़ी तो पूरे थाने के स्टाफ को भी हटाएंगे। लहजा सख्त था और निर्देश स्पष्ट। इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे। मंगलवार शाम को वे संजय प्लेस में निकले तो पुलिस चौकी के पीछे ओपन बार बना हुआ था। वहां के हालात लंबे समय से अराजकता और पुलिस की बंद आंखों की बानगी दे रहे थे। इसलिए एसएसपी ने संजय प्लेस पुलिस चौकी के प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मी लाइन हाजिर कर दिए। इससे यह साफ है कि एसएसपी की सख्ती से अभी निचले स्तर पर सुधार नहीं हो रहा। कार्रवाई तो दूर अभी रोक-टोक भी नहीं हो रही। उन्होंने खुद इसे स्वीकार करते हुए सुधार को नया प्रयोग करने की बात कही। अब थाने और चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों के काम का ऑडिट होगा। थानेदार थाने की और चौकी इंचार्ज सुबह ब्रीफिंग कर अधीनस्थों को टास्क देंगे। शाम को उनसे प्रगति भी जानी जाएगी। इसके बाद क्षेत्राधिकारी के स्तर से थानेदारों के काम की मॉनीट¨रग की जाएगी। प्रयास मॉनीट¨रग सिस्टम को मजबूत करने का रहेगा।