चांदी लुटने से व्यापारियों में बेचैनी, बदमाश बेसुराग
15 व्यापारियों की थी चांदी कूरियर कंपनी के माध्यम से मथुरा को भेजी थी सिकंदरा क्षेत्र में बदमाशों ने लूट ली थी 265 किग्रा चांदी मुकदमा दर्ज
आगरा, जागरण संवाददाता। कूरियर कंपनी के कर्मचारियों से 265 किग्रा चांदी लुटने की सनसनीखेज वारदात से व्यापारियों में बेचैनी है। यह चांदी आगरा के 15 व्यापारियों की थी। मंगलवार को जानकारी होने के बाद सभी ने कूरियर कंपनी से संपर्क किया। देर रात पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू की, लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है।
साईनाथ कूरियर कंपनी के रोहता स्थित गोदाम से 265 किग्रा चांदी स्कॉर्पियो गाड़ी से लेकर कंपनी के दो कर्मचारी सोमवार को दोपहर मथुरा को निकले थे। गाड़ी महेश परमार चला रहा था और बंटी साथ में बैठा था। पथौली नहर के रास्ते से वे हाईवे की ओर जा रहे थे। सिकंदरा के अटूस गांव के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने तमंचा तानकर उन्हें कब्जे में लिया। बदमाशों के चार साथी और आ गए। इसके बाद गाड़ी में उन्हें बंधक बनाकर घुमाते रहे। दक्षिणी बाइपास के रायभा अंडरपास के नीचे उन्हें छोड़ गए। देर रात पुलिस का सीमा विवाद सुलझ सका। तब तक बदमाश सुरक्षित ठिकाने पर पहुंच गए। सिकंदरा थाने में देर रात लूट का मुकदमा दर्ज हुआ। इसमें 250 से 300 किग्रा तक चांदी लुटने की बात लिखी गई है। घटना में आसपास के ही बदमाश माने जा रहे हैं। पुलिस कूरियर कंपनी के कर्मचारियों के बताए गए हुलिया के आधार पर दर्जनभर संदिग्धों को उठाकर पूछताछ कर चुकी है, लेकिन अभी तक बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला है। सराफा बाजार में कूरियर कंपनी करीब बीस वर्ष से काम कर रही है। बाजार के करीब 15 कारोबारियों की चांदी के गहने कूरियर कंपनी के कर्मचारी मथुरा ले जा रहे थे। यूं तो रास्ते में किसी भी प्रकार की घटना के लिए कूरियर कंपनी की जिम्मेदारी रहती है। इसके बाद भी सराफा कारोबारियों के होश उड़े हुए हैं। इंस्पेक्टर सिकंदरा अनुज कुमार ने बताया कि लुटेरों की तलाश में दबिश दी जा रही है। चांदी का नहीं था बीमा कूरियर कंपनी सराफा बाजार से अलग-अलग शहरों में भाड़े पर चांदी ले जाती है। इसमें जिम्मेदारी कंपनी की ही रहती है। मगर, चांदी का बीमा नहीं होता। लूट को फर्जी समझती रही पुलिस घटना के बाद राहगीरों की मदद से कूरियर कंपनी के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस लूट को फर्जी समझती रही। कई घंटे तक दोनों कर्मचारियों से सवाल-जवाब किए गए। इसके बाद उनसे चांदी के संबंध में साक्ष्य मांगे गए। उन्हें घटनास्थल से लेकर कूरियर कंपनी के गोदाम तक ले गए।