Move to Jagran APP

छह माह में 600 मीटर दूर तक नहीं पहुंची चार्जशीट, ये है आगरा पुलिस का हाल Agra News

न्यू आगरा थाने में बिल्डर के खिलाफ लिखाया था धोखाधड़ी का मुकदमा। फरवरी में पुलिस ने लगाई चार्जशीट कोर्ट में अभी तक नहीं पहुंची।

By Edited By: Published: Tue, 03 Sep 2019 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 03 Sep 2019 08:38 AM (IST)
छह माह में 600 मीटर दूर तक नहीं पहुंची चार्जशीट, ये है आगरा पुलिस का हाल Agra News
छह माह में 600 मीटर दूर तक नहीं पहुंची चार्जशीट, ये है आगरा पुलिस का हाल Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में जांच धीमी गति से चली। सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद पुलिस ने चार्जशीट लगा दी, लेकिन छह माह में भी यह 600 मीटर दूर स्थित कोर्ट तक नहीं पहुंची। पीडि़त को कोर्ट से जानकारी होने के बाद अब एडीजी से मामले की शिकायत की जा रही है।
खंदारी के राजीव नगर निवासी रामवीर सिंह ने 23 मई 2018 को न्यू आगरा थाने में धोखाधड़ी, कूट रचित दस्तावेज तैयार करना, साजिश रचने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा लिखाया था। इसमें प्रेरणा कंस्‍ट्रक्‍शंस के निदेशक जितेंद्र कुमार मंगला, संतोष कुमार माहेश्वरी और अमित गुप्ता नामजद हुए। रामवीर सिंह का आरोप है कि उन्होंने बिल्डर जितेंद्र मंगला को वर्ष 2014 में फ्लैट के लिए 24 लाख रुपये चेक से दिए थे। नियत समय पर फ्लैट न मिलने पर उन्होंने बिल्डर से संपर्क किया तो पता चला कि उनको आवंटित फ्लैट 16 दिसंबर 2014 को ही दूसरे व्यक्ति को बेचा जा चुका है। बिल्डर ने कहा कि वह उसकी जगह दूसरा फ्लैट दे देगा, लेकिन उन्हें न दूसरा फ्लैट मिला और न रुपये वापस किए। ऐसे में पीडि़त ने एसएसपी से मामले की शिकायत की। राजपत्रित अधिकारी की जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर एसएसपी ने न्यू आगरा थाने में मुकदमा लिखाया। इसके बाद ढीली गति से जांच चली। वादी ने मामले की शिकायत दो बार सीएम पोर्टल पर की। इसके बाद पुलिस ने फरवरी 2019 में मामले में चार्जशीट लगा दी। वादी के मोबाइल पर 10 फरवरी को मैसेज से इसकी जानकारी मिली। मगर, अभी तक चार्जशीट सीजेएम कोर्ट में नहीं पहुंची है। सीओ कार्यालय में भी चार्जशीट के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहा। अब वे मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की तैयारी कर रहे हैं। इंस्पेक्टर न्यू आगरा राजेश कुमार पांडेय का कहना है कि फरवरी में विवेचक ने मामले में चार्जशीट लगाकर सीओ कार्यालय भेज दी थी। इसके बाद कहां है? इसकी जानकारी नहीं है।

loksabha election banner

सीओ कार्यालय से कहां गई चार्जशीट
छह माह पहले चार्जशीट सीओ कार्यालय पहुंची है। यहां से अभी तक कोर्ट तक नहीं पहुंची। यह बड़ा सवाल है कि आखिर सीओ कार्यालय से चार्जशीट कहां गई?


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.