मदद के बहाने कर लेते थे बैंक बैलेंस पर हाथ साफ, जानें एटीएम फ्रॉड की पूरी दास्तान
बुजुर्ग और महिलाओं की मदद के बहाने कार्ड बदल कर हासिल कर लेते थे पिन। बुजुर्ग और महिलाओं को बनाते थे शिकार।
आगरा [जेएनएन]: मदद के बहाने एटीएम से फ्रॉड करने वाले पांच शातिर रविवार को सदर क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए। सिटी क्राइम ब्रांच टीम और सदर पुलिस ने उनके कब्जे से 25000 रुपये और 21 एटीएम कार्ड बरामद किये हैं। गिरफ्तार किए गए शातिर फिरोज हनीफ निवासी धौलपुर राजस्थान, शोएब निवासी कोसी, मथुरा, बंटी अब्बासी निवासी खेरिया मोड़ शाहगंज और फरमान निवासी आजम पाड़ा, शाहगंज हैं। पूछताछ में शातिरों ने बताया कि सभी शातिर आगरा के अलावा मथुरा, फीरोजाबाद, अलीगढ़ गाजियाबाद, दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश में वारदातों को अंजाम देते थे।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
शातिरों ने बताया कि एटीएम के बाहर खड़े होकर यह बुजुर्ग और महिलाओं के आने का इंतजार करते थे। मदद करने के बहाने एटीएम कार्ड बदलकर पिन कोड भी हासिल कर लेते थे। इसके बाद उनके खाते से पूरी रकम आसानी से पार कर लेते थे।
बरतें सावधानी तो न बनेंगे शिकार
- अपना बैंक बैलेंस रेगुलर चैक करें।
- मोबाइल बैंकिंग और अलर्ट्स से जुड़े रहें।
- एटीएम में पिन डालते समय हाथ से अपना पासवर्ड छुपाएं। रूम में लगे माइक्रो- कैमरा आपका पासवर्ड चुरा सकते हैं।
- अपने आसपास के ही एटीएम से ट्रांजेक्शन करें। इससे आप मशीन में चोरी के लिए हुए थोड़े से बदलाव को भी समझ जाएंगे।
- बैंक ब्रांच में लगे एटीएम का ही अधिकतर प्रयोग करें।
- एटीएम कार्ड प्रयोग करते समय किसी भी अनजान व्यक्ति की मदद न लें। बैंक अधिकारी से संपर्क करें।
- कार्ड मशीन में फंस जाने की स्थिति में अपने मोबाइल से बैंक कस्टमर केयर को सूचित करें। कार्ड वहीं छोड़कर न जाएं।
- ध्यान रखें कि एटीएम कार्ड प्रयोग करते समय वहां आपके अलावा कोई और तो नहीं हैं।
- एटीएम कार्ड का पिन किसी से साझा न करें।
- कार्ड का पिन चुनते समय सावधान रहें। जन्मदिन, मोबाइल नंबर जैसे आम पासवर्ड न लगाएं।
- सुनसान या शहर से बाहरी इलाकों में बने एटीएम का प्रयोग करने से बचें।