PM Modi E-Samvaad: आगरा की प्रीति ने की सबसे पहले बात, पीएम मोदी ने दिए आत्मनिर्भर होने के टिप्स
E-Samvaad With PM Modi प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह लाभार्थियों से किया ई-संवाद। शिल्पग्राम में सजाया गया था पंडाल। एनआईसी सभागार में मौजूद रहे जिलाधिकारी और लाभार्थी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी लिया हिस्सा।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर योजना के अंतर्गत मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाभार्थियों से ई-संवाद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने जहां आत्मनिर्भर भारत की ओर देश के बढ़ते कदमों का हवाला दिया, वहीं सीएम योगी ने लाभार्थियों का हाल जाना और उनसे आ रही व्यवहारिक दिक्कतों के बारे में भी पूछा।
आगरा की महिला प्रीति को पीएम मोदी से सबसे पहले बात करने का मौका मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा की प्रीति से बातचीत की शुरुआत नमस्ते से की। उन्होंने पूछा कि योजना के तहत किस तरह से लाभ मिला है। प्रीति ने बताया कि व्यापार पूरी तरह से खत्म हो गया था, 10000 रुपये का ऋण मिलने के बाद दुबारा काम शुरू किया। ताजगंज निवासी प्रीति फल का ठेल लगाती हैं। इसी समय नेटवर्क में व्यवधान आने के बाद पीएम की प्रीति से बात अधूरी रह गई। कुछ मिनटोें के बाद नेटवर्क सही होने पर उनका संवाद पूर्ण हुआ।
आगरा में इस कार्यक्रम की दो जगह व्यवस्था की गई है। एनआईसी सभागार में जिलाधिकारी पीएन सिंह के अलावा जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। साथ ही यहां आगरा के तीन लाभार्थियों को बुलाया गया था। जबकि शिल्पग्राम में बड़ी स्क्रीन लगाकर दूसरे लोगों को यह कार्यक्रम लाइव दिखाने की तैयारी की गई थी। कार्यक्रम स्थल पर लाभार्थी अपने सजे हुए ठेलों को लेकर पहुंचे थे। इस योजना के तहत लाभार्थियों को 10000 रुपये दिए गए हैं। इन्हें एक साल के भीतर ये रुपये लौटाने होंगे। अगर निश्चित समयावधि में ये लोग पैसा लौटा देते हैं तो अगले वर्ष इन्हें 20000 दिए जाएंगे।
प्रीति से ये हुई बात
आगरा की प्रीति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जताया आभार। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को प्रीति ने बताया डूबते को तिनके का सहारा। प्रीति ने बताया कि लॉकडाउन से पूर्व सब्जी की ठेल लगाती थीं, लेकिन काम ठप हो गया था। नगर निगम से सम्पर्क कर ऋण लिया। इसके बाद फल की ठेल लगवाई। प्रधानमंत्री ने पूछा कि नवरात्र में फल अधिक बिके होंगे। प्रीति ने कहा कि बिक्री ठीक हुई। बैंक की एक क़िस्त भी जमा कर दी है। पेटीएम पर भुगतान के बारे में भी पीएम ने जानकारी ली। प्रीति ने कहा कि वो चेक कर लेती हैं कि किसी ने भुगतान किया है या नहीं। पीएम ने प्रीति से परिवार के बारे में ली जानकारी। प्रीति ने लॉकडाउन में जनधन खाते, खाद्यान्न मिलने से परेशानी नहीं होने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने पैरों पर खड़ा होकर परिवार का पालन करें। बच्चों को पढ़ाएं। प्रीति ने कहा कि आप हमारी उंगली पकड़कर चलेंगे तो कुछ नहीं होगा। पीएम ने कहा कि माताओं-बहनों के आशीर्वाद से वो काम कर रहे हैं। पीएम ने डिजिटल पेमेंट से कैशबैक का लाभ उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि डिजिटल पेमेंट और कोरोना की सावधानी से सबके स्वास्थ्य की सुरक्षा होगी। प्रीति ने अपने पति राधेश्याम के पैरों में दिक्कत होने की भी जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि वो अफसरों को निर्देश देंगे, वो आपसे मिलकर परेशानी की जानकारी कर सीएम योगी जी को जानकारी देंगे।
स्वनिधि योजना के इन लाभार्थियों से पीएम की बात
- लाभार्थी का नाम : पवन कुमार। ताजगंज निवासी पवन की चाय की दुकान है। लाकडाउन के दौरान जमा पूंजी खत्म हो गई और आय का कोई साधन नहीं रहा। पवन के पास इतनी धनराशि नहीं थी कि फिर से चाय की दुकान शुरू कर सकें। पीएम स्वनिधि योजना में दस हजार रुपये का ऋण लिया। हर दिन दो सौ से तीन सौ रुपये कमा लेते हैं।
- लाभार्थी का नाम : प्रीति। ताजगंज निवासी प्रीति फल का ठेल लगाती हैं। लाकडाउन में व्यवसाय खत्म हो गया और दोबारा काम शुरू करने के लिए पैसे नहीं बचे। प्रीति ने पीएम स्वनिधि योजना में आवेदन किया और दस हजार रुपये का ऋण मिल गया। हर दिन प्रीति की ठीकठाक आमदनी हो जाती है।
- लाभार्थी का नाम : समिता। शहीद नगर निवासी समिता खिलौने बेचती हैं। लाकडाउन के बाद समिता के पास इतने पैसे नहीं बचे कि दोबारा काम शुरू कर सकें। पीएम स्वनिधि योजना से मिले ऋण से काम शुरू किया।
प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) के यह तो तीन उदाहरण हैं, जिन्होंने कोरोना संक्रमण के बीच ऋण मिलने के बाद फिर से काम शुरू किया। योजना में कुल 45335 लोगों ने आवेदन किया है। 24278 लोग पात्र मिले हैं, जिनमें 16680 लोगों के खाते में दस-दस हजार रुपये भेज दिए गए हैं। ऐसे लाभार्थियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे ई-संवाद करेंगे। इसके लिए शिल्पग्राम में पंडाल सजाया गया है। शिल्पग्राम रोड पर ठेल लगेंगी। वहीं एनआइसी सभागार में आधा दर्जन लाभार्थी रहेंगे। दर्जनभर लाभार्थियों को सोमवार को अफसरों ने कई घंटे तक योजना की जानकारी दी। पीएम से किस तरीके से बात करनी है और क्या कहना है, यह तक बताया गया। दोपहर में डीएम प्रभु एन सिंह ने शिल्पग्राम और एनआइसी सभागार में तैयारियों का जायजा लिया। नगरायुक्त निखिल टीकाराम ने बताया कि पवन कुमार, प्रीति और समिता को प्रमुख रूप से चिन्हित किया गया है, जिनसे पीएम बात कर सकते हैं।
बैंकों की हीलाहवाली, देरी से पहुंच रहा ऋण
पीएम स्वनिधि योजना में बैंकों की हीलाहवाली से लाभार्थी परेशान हैं। जितने लाभार्थियों की जांच हो गई है, अगर उतने को पैसा भेज दिया जाए तो आगरा प्रदेश में पहले या फिर दूसरे नंबर पर आ सकता है।
ये है स्थिति
बैंक का नाम, प्राप्त आवेदन, स्वीकृत आवेदन, ऋण मिला
- पीएनबी, 4662, 3209, 3139
- सेंट्रल बैंक आफ इंडिया, 1898, 1166, 941
- केनारा बैंक, 8518, 4742, 2987
- यूको बैंक, 687, 290, 279
- एसबीआइ, 13156, 8012, 4944
- बैंक आफ इंडिया, 2913, 1440, 1110
- यूनियन बैंक आफ इंडिया, 2657, 1247, 912
- पंजाब एंड सिंध बैंक, 483, 152, 148
- बैंक आफ बड़ौदा, 4980, 1782, 1299
- आर्यवर्त बैंक, 1668, 941, 308
- इंडिया बैंक, 2587, 843, 475
- बैंक आफ महाराष्ट्र, 279, 55, 49
- इंडियन ओवरसीज बैंक, 847, 389, 89
प्रदेश के शहरों में आगरा की स्थिति
शहर का नाम, स्वीकृत लाभार्थी, ऋण का वितरण
वाराणसी, 29078, 20592
लखनऊ, 21787, 16745
आगरा, 24290, 16680
गोरखपुर, 13602, 9955
प्रयागराज, 14240, 9694