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अब घर बैठे सुधरेेगी गलती, 'निधि' की आस में नहीं भटकना होगा इधर उधर Agra News

पीएम किसान सम्मान निधि के लिए मोबाइल एप हुआ शुरू। पता चलेगा कहां अटकी है निधि विवरण संशोधन का विकल्प भी मिलेगा।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 01 Mar 2020 01:11 PM (IST)Updated: Sun, 01 Mar 2020 01:11 PM (IST)
अब घर बैठे सुधरेेगी गलती, 'निधि' की आस में नहीं भटकना होगा इधर उधर Agra News
अब घर बैठे सुधरेेगी गलती, 'निधि' की आस में नहीं भटकना होगा इधर उधर Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। किसी ने सच कहा है, कर बहिया बल आपनो छोड़ पराई आस। इसी सच को अब किसान सम्मान निधि में साबित कर सकते हैं। अभी तक पांच फरवरी 2019 से शुरू हुई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में नए पेंच फंसते रहे। पहले पंजीकरण में मुश्किलें आई और अब पंजीकरण के बाद गलत फीडिंग के चलते हजारों किसानों की सम्मान निधि अटकी है। किसानों को इसमें संशोधन के लिए अब सरकार ने नई सुविधा दी है। किसान गूगल प्ले स्टोर से ‘पीएम किसान जीओआइ’ एप डाउनलोड कर अपने मोबाइल से खुद एकाउंट में संशोधन कर गलती सुधार सकते हैं। इसके अलावा इस एप से यह भी पता चल सकेगा कि सम्मान निधि कहां अटकी है और इसकी वजह क्या है।

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हर चार महीने में दो हजार की सम्मान निधि

लोकसभा चुनाव से पहले सरकार ने यह योजना शुरू की थी। इस योजना में पहले लघु सीमांत किसानों को शामिल किया गया। नई सरकार के गठन के बाद सभी किसान, जिनकी भूमि पर खेती होती है, वे योजना का हिस्सा बन गए। इस योजना में चयनित किसान को हर चार महीने में दो हजार रुपये सीधे एकाउंट में दिए जाते हैं। तीन किश्तों में मिलने वाली निधि में हर साल किसान को छह हजार रुपये मिलना है।

इन किसानों को नहीं मिलेगा योजना का लाभ

नई सरकार में योजना में संशोधन के बाद सभी किसानों को योजना में शामिल किया गया है, लेकिन वकील, सरकारी कर्मचारी, डॉक्टर, दस हजार से ज्यादा पेंशन पाने वाले पेंशनर्स, आयकर दाता होने के साथ खेती भी करते हैं तो उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा यदि कृषि भूमि पर कोई इंस्टीट्यूशन हो, तब भी लाभ नहीं मिलेगा।

वेबसाइट पर भी किया जा सकता है संशोधन

मोबाइल एप के अलावा किसान अपने एकाउंट और पोर्टल पर फीडिंग जानकारियों की गलती को पीएम किसान की वेबसाइट पर जाकर भी दुरुस्त कर सकते हैं। इसके लिए वेबसाइट पर एडिट का ऑप्शन आता है। कई चयनित किसान उपनिदेशक कृषि कार्यालय के साथ-साथ जनसुविधा केंद्रों पर जाकर पंजीकरण करवा रहे हैं, ऐसे में डुप्लीकेट एकाउंट बन रहे हैं। इसके लिए उपकृषि निदेशक कार्यालय में अभिलेख देना होंगे।

एप से किसान खुद कर सकेंगे संशोधन

कृषि विभाग द्वारा किसानों के डाटा की फीडिंग में कई गलतियां हो गईं। किसी का नाम आधार कार्ड के हिसाब से नहीं लिखा था तो किसी का बैंक एकाउंट गलत हो गया। नाम में स्पेलिंग की गलती से भी सम्मान निधि रुक गई। प्ले स्टोर से एप डाउन लोड होगा। इसमें एडिट का ऑप्शन आएगा। इसे ठीक करके सेव करते ही पोर्टल पर गलती ठीक हो जाएगी और निधि मिलने लगेगी।

विभाग में भी कर सकते हैं संपर्क

पीएम सम्मान निधि में आने वाली समस्याओं को लेकर कई किसानों की किश्त रुकी है। इसके लिए डाटा में संशोधन जरूरी है। किसान अब मोबाइल एप के जरिए संशोधन कर सकते हैं। इससे उनकी अगली किश्त मिलने में आसानी होगी। विभाग में आकर भी संपर्क किया जा सकता है।

हंसराज उप कृषि निदेशक

 


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