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No School- No Fee: लॉकडाउन में स्‍कूल फीस की माफी पर 'पापा' की याचिका हाईकोर्ट में स्‍वीकृत

निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ प्रोग्रेसिव आगरा पेरेंट्स एसोसिएशन (पापा) ने दायर की है जनहित याचिका। अदालत ने दी सुनवाई को अगली तारीख तीन नवंबर। अभिभावकों पर दबाव को रोकने की बात भी है याचिका में शामिल।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 12:13 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 12:13 PM (IST)
No School- No Fee: लॉकडाउन में स्‍कूल फीस की माफी पर 'पापा' की याचिका हाईकोर्ट में स्‍वीकृत
स्कूल, जबरन फीस वसूलने के लिए मानसिक दबाव बना रहे हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन के दौरान की स्कूल फीस माफ करने और अभिभावकों पर जबरन फीस वसूली के लिए दबाव बनाने के आरोप खूब लगे। प्रोग्रेसिव आगरा पेरेंट्स एसोसिएशन (पापा) ने इन आरोपों को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका (पीआइएल) दायर की है, जिसे कोर्ट की डबल बैंच ने स्वीकृत कर लिया है। गुरुवार को मामले में पापा संस्था का पक्ष हाईकोर्ट अधिवक्ता ज्ञानेंद्र पांडेय ने रखा।

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उन्होंने बताया कि पीआइएल नंबर 1196/2020 जनहित में स्वीकृत करते हुए कोर्ट ने कहा है कि स्कूलों के साथ अभिभावकों के व्यक्तिगत मामलों की सुनवाई भी इसके अंतर्गत ही की जाएगी। किसी अभिभावक का बेवजह उत्पीडऩ नहीं होना चाहिए। मामले की सुनवाई हाईकोर्ट न्यायधीश गोविंद माथुर और सौरभ श्याम की डबल बैंच (नंबर 5694) करेंगी। बता दें कि पापा संस्था ने इस याचिका को 20 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर किया था, जिसमें 22 अक्टूबर को पहली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इसे स्वीकार कर लिया। कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई के बाद अगली तारीख तीन नवंबर 2020 दी है।

फीस तय करने की होगी मांग

जनहित याचिका में जबरन फीस वसूली के लिए दबाव बनाने, भुगतान न करने पर आनलाइन कक्षा से हटाने और स्कूल ने नाम काटने का दबाव बनाते हुए स्कूलों द्वारा उनका मानसिक और आर्थिक शोषण करने की शिकायत की गई है। प्रदेश में माडल फीस रेग्यूलेशन एक्ट लागू करने के बाद भी अमल न लाने की शिकायत की गई है, जिससे स्कूलों में मनमानी फीस निर्धारित की जाती है। इसे इसलिए जरूरी बताया गया क्योंकि शिक्षा व्यापार नहीं, आधारभूत आवश्यकता है।

खुद के खर्च पर लडे़गी संस्था

संस्था के दीपक सरीन ने बताया कि संस्था मामले में अब तक करीब सवा लाख रुपया अपनी जेब से खर्च कर चुकी है। कोर समिति के 10-12 लोग पैसा जुटाकर इस लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं। किसी से आर्थिक सहयोग इसलिए नहीं लेंगे ताकि कोई आरोप न लगे। अभिभावक बेहद दबाव में हैं। स्कूल, मुश्किल समय में उनकी मजबूरी समझने की जगह जबरन फीस वसूलने के लिए मानसिक दबाव बना रहे हैं। शासनादेशों तक का उल्लंघन हो रहा है। दोबारा स्कूल खुलने पर फीस वसूलने के लिए अभिभावकों को भ्रमित कर सहमति लेकर विद्यार्थियों को स्कूल बुलाया जा रहा है। शेष पर फीस चुकाने या नाम काटवाने का दबाव बनाया जा रहा है। आफलाइन कक्षा में भी जबरन बुलाने का दबाव है, जबकि शासनादेश सिर्फ संसाधनहीन विद्यार्थियों को बुलाने का है।

दर्ज कराएंं शिकायत

पापा संस्था की अपील है कि स्कूलों की मनमानी से परेशान अभिभावक अकेले लड़ने की जगह संस्था से जुड़े। इसके लिए वह अपनी शिकायत पापा संस्था के हेल्प लाइन नंबर 9557300600 पर दर्ज करा सकते हैं।


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