Fasteg भी नहीं कर पा रहा ट्रैैफिक की गति को Fast, टोल पर लग रहीं लंबी कतार Agra News
टोल पर फास्टैग की लाइनों पर भी लग रही वाहनों की लंबी कतार। चालक बोले-ऐसे फास्टैग का क्या फायदा।
आगरा, जागरण संवाददाता। टोल पर जाम एवं चोरी रोकने के लिए एक तीर से दो निशाना साधने के लिए सरकार ने फास्टैग का फार्मूला तैयार किया, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं। लगातार हो रही कड़ाई के कारण लोगों ने अपने वाहनों में फास्टैग भी लगवा लिए, लेकिन फास्टैग सुविधा के स्थान पर मुसीबत बन गए हैं। कुछ दिन तक तो फास्टैग की लाइन खाली रही, लेकिन अब फास्टैग की लाइनों पर भी जाम के हालात बने रहते हैं। फास्टैग लगे वाहनों में बैठे जाम में फंसे लोग ‘ऐसे फास्टैग का क्या फायदा’ कहकर सरकार को कोसने के अलावा कुछ नहीं कर पा रहे हैं। जाम में फंसने पर आजिज आए वाहन चालक कई बार उत्तेजित भी हो जाते हैं, लेकिन टोल कर्मी उन्हें साम, दाम, दंड, भेद की नीति अपनाते हुए उन्हें आगे बढ़ा देते हैं।
रात को टोलकर्मी फास्टैग की दो लाइन कर देते हैं बंद: दिल्ली-आगरा हाइवे पर महुअन टोल प्लाजा पर एक तरफ से जाने के लिए छह लाइन हैं। इसमें से एक कैश की है, बाकी फास्टैग की। रात को टोल कर्मचारी फास्टैग की दो लाइन बंद कर देते हैं। फास्टैग की केवल तीन लाइन ही बचती हैं। जो कि जाम का प्रमुख कारण बनती हैं।
एक दिन में कमाए 57.81 लाख रुपये
आगरा-दिल्ली मार्ग स्थित महुअन टोल टैक्स ने शनिवार को 57.81 लाख रुपये की कमाई कर रिकार्ड बनाया है। 2005 में शुरु हुए टोल की यह एक दिन में सबसे अधिक कमाई है। एनएचएआई के परियोजना निदेशक मो. सफी ने बताया कि उनके अधीन श्रीनगर एवं महुअन टोल टैक्स आते हैं। शनिवार की दोनों टोल टैक्स की कमाई देखी जाए तो यह एक करोड़ से ऊपर निकल रही है। इसमें महुअन टोल ने 5781055 हजार रुपये की कमाई की है। जो कि अब तक की सबसे अधिक कमाई है। इससे पहले 49 लाख के ऊपर आंकड़ा कभी नहीं पहुंचा। शनिवार को महुअन टोल से 20889 वाहन गुजरे। फास्टैग की लाइन में घुसे 665 वाहनों चालकों से 77415 रुपये का जुर्माना वसूला गया। जबकि फास्टैग के माध्यम से 15147 हजार रूपये एवं नगद 5692 रुपये वसूले गए। फास्टैग के माध्यम से 72 प्रतिशत तथा कैश के माध्यम से 27.25 प्रतिशत भुगतान हुआ।
केस-1
महुअन टोल प्लाजा पर पिछले तीन दिन से रोजाना फास्टैग की लाइन पर जाम लग रहा है। रात को तो हालात और खराब हो जाते हैं। शनिवार की रात को करीब 11.30 बजे से एक बजे तक फास्टैग वाली सभी लाइनों पर वाहनों की कतार लगी रही। जबकि कैशलेन की हालत तो और ज्यादा खराब थी। टोल मैनेजर को कई बार फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठा।
केस-2
फतेहपुर सीकरी पर जयपुर हाइवे स्थित कौरई टोल प्लाजा के भी स्थिति कुछ इसी तरह की है। यहां भी फास्टैग की लाइन में वाहनों को इंतजार करना पड़ता है। टोल प्रबंधक मनीष रंजन ने कहा कि अभी अधिकांश वाहनों में फास्टैग नहीं लगे हैं। बिना फास्टैग लगी गाड़ी फास्टैग की लाइन में घुस जाती हैं। उन्हें समझाने के चक्कर में जाम लग जाता है।
केस-3
खंदौली के बारोस टोल प्लाजा पर भी फास्टैग की लाइन में जाम की समस्या है। टोल मैनेजर सचिन शर्मा ने कहा सभी वाहनों में फास्टैग न लगे होने के कारण ऐसा हो रहा है। फास्टैग की लाइन में जब बिना फास्टैग कार्ड वाली गाड़ी घुस जाती है तो उसे वापस कराने में कभी-कभी जाम के हालात लग जाता है।
केस-4
सैंया स्थित जाजऊ टोल मैनेजर रमेश सोलंकी तीन दिन तक जाम लगना स्वीकार करते हैं। बताते हैं कि सुबह चार बजे से सात बजे तक गिट्टी की गाड़ियों के कारण जाम के हालात उत्पन्न हो जाते हैं। एनएचएआइ ने एक कैश लाइन की बोला है, लेकिन जाम न लगे इसलिए दो लाइन कैश की कर रखी हैं।
रोडवेज बसों का टाइम टेबल गड़बड़ाया
रोडवेज बसों का टाइम टेबल भी गड़बड़ा गया है। आइएसबीटी के सिफ्ट इंचार्ज प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि टोल पर जाम के कारण लगातार बस लेट पहुंच रही हैं।
होगी जांच
फास्टैग की लाइन पर किसी तरह का जाम नहीं लग रहा है। कभी-कभी तकनीकि खराबी के कारण ऐसा हो सकता है, यदि ऐसा लगातार हो रहा है जांच का विषय है।
मो. सफी, परियोजना निदेशक एनएचएआई