खान-पान ऑनलाइन, पेमेंट के मामले मेंं आगराइट्स करते डिजिटल से परहेज Agra News
डीवीवीएनएल के 53.62 लाख उपभोक्ताओं में से मात्र 26 फीसद ही उठा रहेे हैैं डिजिटलाइजेशन का फायदा।
आगरा, जागरण संवाददाता। बच्चे को दस रुपये की चॉकलेट दिलानी हो या फिर किचन का सामान खरीदना हो, सबका सब ऑनलाइन है। जहां बिजली के बिल की बात आती है, तो उपभोक्ता ऑफलाइन हो जातेे हैंं। डिजिटल इंडिया की पद्धति से दूर भागतेे दिखतेे हैंं।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) में यही देखने को मिल रहा है। यहां कॉमर्शियल व घरेलू उपभोक्ता 53.62 लाख हैं। इनमें प्रतिमाह समय पर बिल जमा करने वाले महज गिने-चुने हैं। मात्र 26.18 फीसद उपभोक्ता बिल जमा करने को ऑनलाइन प्रणाली का इस्तेमाल करते हैैं। इनमें भी शहरी क्षेत्र में ज्यादा हैं। आगरा में छह फीसद उपभोक्ता ही ऑनलाइन बिल जमा करते हैं। आगरा में लगभग साढ़े चार लाख उपभोक्ता हैं। हर माह बिल जमा करने वाले 1.10 लाख हैं। इनमें से ऑनलाइन बिल महज 16 हजार ही जमा करते हैं।
विभाग के काउंटर और सीएससी सेंटर पर भीड़
प्रत्येक डिवीजन पर बिल काउंटर खुले हैं। उप्र पॉवर कारपोरेशन ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए जन सुविधा केंद्र (सीएससी) से भी अनुबंध कर रखा है। इन पर उपभोक्ता बिल जमा करते हैं। हालांकि इसके एवज में बिजली विभाग प्रति बिल के हिसाब से सीएससी सेंटरों को भुगतान करता है। जनपद में यह 400 से ज्यादा है।
ऑनलाइन बिल पेमेंट करें ऐसे
डीवीवीएनएल की वेबसाइट पर ऑनलाइन बिल जमा कर सकते हैं। वेबसाइट ओपन करने के बाद कंज्यूमर कॉर्नर वाले विकल्प में सात लाइन हैं। इसमें प्रथम लाइन पर क्लिक करके शहरी क्षेत्र के उपभोक्ता और दूसरी लाइन पर ग्रामीण उपभोक्ता बिल जमा कर सकते हैं।
उपभोक्ताओं को कर रहे जागरूक
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक एसके गुप्ता ने बताया कि डिजिटल पद्धति के लिए सारी औपचारिकताएं पूर्ण की गई हैं। उपभोक्ताओं को लगातार जागरूक भी किया जा रहा है। पूर्व में तो ऑनलाइन बिल जमा करने वालों की संख्या बहुत कम थी। अब बढ़ गई है।