Operation Talaash: बिछुड़े हुए अपनों से मिला रहा 'आपरेशन तलाश', आगरा में कई परिवारों में वापस लौटी 'खुशी'
एक माह में आगरा रेंज में 628 लापता महिलाओं युवतियों और बच्चों को पहुंचाया घर। वर्षों के बिछुड़े अपने घर पहुंचे तो परिवारों में आई खुशियां। पुलिस लापता लोगों के प्रति संजीदगी दिखा रही है। प्रेम जाल में फंसकर अक्सर लापता होती हैं युवतियां।
आगरा, यशपाल चौहान। घर से किसी अपने के लापता होने के बाद परिवार के सदस्यों की नींद उड़ जाती है। मगर, पुलिस इसे इतनी गंभीरता से नहीं लेती। एक माह पहले आइजी नवीन अरोरा ने इस मामले पर पुलिस को गंभीर बनाने को आपरेशन तलाश शुरू किया। नतीजा अब सामने है।आगरा, मथुरा, मैनपुरी और फीरोजाबाद से पुलिस ने एक माह में 628 लापता और अपहृतों को ढूंढ़ निकाला। सभी को उनके स्वजन के पास पहुंचा दिया। अपनों काे पाकर स्वजन के चेहरे खिल गए और वे आगरा पुलिस की तारीफ कर रहे हैं।
आगरा रेंज में एक जुलाई से आपरेशन तलाश शुरू हुआ था। सभी जिलों के थानों से लापता लोगों का रिकार्ड खंगाला गया। फाइलों से धूल हटाकर पुलिस ने जांच शुरू की और स्वजन से बात की। इसके बाद पुलिस ने लापता लोगों की तलाश शुरू कर दी। बहुत कम समय में परिणाम भी मिलने लगे। अब तक आगरा रेंज के चारों जिलों में पुलिस 628 लापता और अपहृत लोगों को उनके घर पहुंचा चुकी है। इनमें सबसे अधिक संख्या में महिलाएं और युवतियां थीं। कई परिवार तो हारकर घर बैठ चुके थे। ताजगंज क्षेत्र की एक युवती तीन वर्ष से लापता थी। आपरेशन तलाश में पुलिस ने उसकी तलाश की तो वह मिल गई। पुलिस टीम युवती को लेकर घर पहुंची तो उसकी मां को भरोसा नहीं हो रहा था। युवती ने शादी कर ली थी।उस पर एक बच्चा भी था। मां अधिकारियों के चक्कर लगाकर बस यही कहती थी कि एक बार बेटी से मिला दो। बेटी मिलने के बाद उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। युवती की मां का कहना है कि अब उसकी चिंता खत्म हो गई। इसकी तरह और भी कई युवतियां और किशोरियां है, जिन्हें पुलिस ने घर पहुंचाया है। आइजी नवीन अरोरा का कहना है कि आपरेशन तलाश से सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। पुलिस लापता लोगों के प्रति संजीदगी दिखा रही है और परिवारों में खुशियां आ रही हैं।
तीन थानों से किशोरियां अधिक होती है गायब
आगरा में जगदीशपुरा, शाहगंज और एत्माद्दौला थानों से किशोरियां अधिक गायब हुईं। पुलिस ने बरामदगी के बाद उनसे बातचीत की। इसमें सामने आया कि वे प्रेम जाल में फंसकर चली गई थी। बाद में उन्हें गलती का अहसास भी हो गया, लेकिन स्वजन के डर से वापस नहीं आईं।
एक माह की कार्रवाई
जिला अपहृत गुमशुदा
आगरा 65 199
मथुरा 54 93
मैनपुरी 37 59
फीरेाजाबाद 33 88
योग 189 439