पुलिस के रडार पर एक हजार लुटेरे, लेकिन पकड़ नहीं पा रही
पांच वर्ष में लूट करने वालों की सूची हो रही तैयार, घर पहुंचेगी पुलिस, जेल से बाहर होने पर होगी निरोधात्मक कार्रवाई
आगरा, जागरण संवादादाता। पांच वर्षो में लूट कर चुके एक हजार लुटेरे पुलिस के रडार पर हैं। एसएसपी अमित पाठक सभी की सूची तैयार करा रहे हैं। इसके बाद थाना स्तर से इनका सत्यापन कर निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।
आगरा में पुलिस अब लुटेरों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है। जमानत पर छूटने के बाद वारदात करने वाले अपराधी बच नहीं सकेंगे। क्योंकि पुलिस उनके पीछे रहेगी। एसएसपी अमित पाठक पांच वर्ष में लूट करने वाले अपराधियों की दो सूची तैयार करा रहे हैं। एक सूची अपराधियों के पते के आधार पर बन रही है, जबकि दूसरी अपराध के आधार पर। इसके बाद सभी थानों को इनके सत्यापन की जिम्मेदारी दी जाएगी। इनकी अनुमानित संख्या एक हजार है। पुलिस इन लुटेरों के घर जाकर पता करेगी कि वे जेल में हैं या बाहर हैं। बाहर रहने वाले अपराधी अब क्या कर रहे हैं? उनका चाल चलन कैसा है। इसके बाद उसके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी। अगर वह लूट का अभ्यस्त है तो जमानत निरस्त कराके पुलिस उसे जेल में पहुंचने को मजबूर भी करेगी। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि लुटेरों के सत्यापन की पुरानी व्यवस्था है। इसे व्यवस्थित ढंग से कराने का प्रयास किया जा रहा है। इससे लूट की घटनाओं पर अंकुश लगेगा। डिजिटल डोजियर भी भरा जाएगा
अपराधियों का डोजियर भरने की पुरानी व्यवस्था है। इसमें अपराधी का पूरा रिकार्ड रहता था। वो कहां है और क्या कर रहा है? इसकी जानकारी भी रहती है। सीसीटीएनएस से जीडी ऑनलाइन होने के बाद अब डिजिटल डोजियर भरने की व्यवस्था भी शुरू हो गई है।