World Wildlife Day 2021: विश्व वन्यजीव दिवस पर विशेषज्ञों ने किया जंगल− जीवन बचाने के तरीकों पर चिंतन
World Wildlife Day 2021 विश्व वन्यजीव दिवस पर बुधवार को फाउंड्री नगर स्थित जगदंबा डिग्री कालेज छात्र-छात्राओं को बताए वन्यजीवों को बचाने के तरीके। छात्र-छात्राओं को पक्षी विशेषज्ञ डा. केपी सिंह ने बताया जानवर पक्षियों के बारे में बताया गया।
आगरा, जागरण संवाददाता। वन्यजीव और प्रकृति एक दूसरे से जुड़े दो पहलू हैं। जहां पेड़-पौधे व वनस्पतियों से जंगल बनता है। वही वन्यजीवों का आश्रय स्थल होता है। जंगल खत्म होने से वन्यजीव भी कम होते जा रहे हैं। जो बचे हैं, वह आबादी क्षेत्रों में आक्रामक रूप में दिखाई देते हैं। यही कारण है इंसान उन्हें चोट पहुंचा रहा हैं। यह बात बुधवार को फाउंड्री नगर स्थित जगदंबा डिग्री कालेज में पक्षी व पर्यावरण विशेषज्ञों ने कही।
कालेज में विश्व वन्यजीव दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इमसें छात्र-छात्राओं को जानवर, पक्षियों के बारे में बताया गया। पक्षी विशेषज्ञ डा. केपी सिंह ने बताया कि पक्षियों में सारस क्रेन, स्कीमर, व्हाइट टेल्ड लेपिंग, यलो वेटल्ड लेपिंग, हिमालयन ग्रीफियन वल्चर, जनवरों में घड़ियाल, लकड़बग्घा, जलीय जीवों में 48 प्रजातियों की मछलियों में से 24 प्रजाति ही बचीं हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य श्रंखला और ईको सिस्टम को बचाने के लिए वन और वन्यजीवों का संरक्षण आवश्यक है। डा. पुष्पेेंद्र विमल ने बताया कि औषधि, भोजन, कपड़ा, कागज आदि तैयार करने के लिए इंसान को वन्यजीवों का सहारा लेना पड़ता है।
ये रहे उपस्थित
जागरूकता कार्यक्रम में डा. डीपी सिंह, डा. भरत सिंह चौहान, डा. बदन सिंह , डा. जया सत्संगी, डा. अर्चना अवस्थी, डा. नीतीश, आशीष भारद्वाज, मीनेश, शमी सैय्यद, दीपिका, ज्योति, प्रिया, गुजंन, रजनी, कीर्ति, वैशाली, राम दयाल, प्रशांत, योगेश, श्वेता, शीतल, विवेक, अभय, मनीष, कृष्णा, प्रिंस, एकता, शिवानी, अनुराधा और प्रिया आदि मौजूद रहे