शहीद स्मारक पर जाने से रोके ओडिशा के किसान, हंगामा
गुरुद्वारा गुरु का ताल पर पुलिस से हुई नोकझोंक धरने पर बैठे समझाने पर माने दिल्ली रवाना
आगरा,जागरण संवाददाता। दिल्ली आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे ओडिशा के किसानों और पुलिस के बीच शुक्रवार को गुरुद्वारा गुरु का ताल पर टकराव की स्थिति बन गई। दोनों के बीच काफी देर तक नोकझोंक हुई। गुस्साए किसानों ने काफी देर तक गुरुद्वारे के गेट पर धरना दिया। वे शहीद स्मारक और दीवानी चौराहा स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए जाने की जिद पर अड़े थे। समझाने के बाद ही किसानों ने धरना खत्म किया। इसके बाद वे दिल्ली रवाना हो गए।
नव निर्माण किसान संगठन के बैनर तले ओडिशा के लगभग 350 किसान छह बसों से गुरुवार रात एक बजे गुरुद्वारा गुरु का ताल पर पहुंचे। वे नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में भाग लेने जा रहे थे। रात ज्यादा होने पर भोजन करने और विश्राम करने के लिए गुरुद्वारे में रुके। शुक्रवार दोपहर को दिल्ली रवाना होने से पहले वे शहीद स्मारक और चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए निकलने वाले थे। इसी बीच पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। इस पर किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच नोकझोंक हो गई। किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में काफी देर तक नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। गुरुद्वारा प्रबंधन और पुलिसकर्मियों के समझाने के बाद शाम लगभग चार बजे सभी किसान बसों से दिल्ली रवाना हो गए। संगठन के राष्ट्रीय संयोजक अक्षय कुमार का कहना था कि यूपी में किसानों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं हुआ। ट्रैक्टर परेड में शामिल होंगे आगरा के किसान
26 जनवरी को दिल्ली में प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड में आगरा के किसान भी शामिल होंगे। इसके लिए तमाम किसान 25 जनवरी को ही अपने-अपने ट्रैक्टरों से दिल्ली जाएंगे। किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह और सौरभ चौधरी ने कहा कि जब तक तीनों नए कृषि कानून वापस नहीं होते, उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस संबंध में उन्होंने शुक्रवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन के बाद एसीएम द्वितीय महेंद्र कुमार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी दिया। इस दौरान सत्यवीर चौधरी, धर्मवीर चौधरी, सुरेंद्र, विजय सिंह, मोहन लाल, गौरव चाहर आदि मौजूद थे।